राज्य की बिगड़ी कानून व्यवस्था, सारधा चिटफंड घोटाला, विरोधी दल के समर्थकों के साथ मारपीट सहित विभिन्न मुद्दों के समर्थन व राज्यपाल के हस्तक्षेप की मांग को लेकर बुधवार को भाजपा का प्रतिनिधिमंडल राज्यपाल केशरीनाथ त्रिपाठी को ज्ञापन देगा. इसके साथ ही 23 को हावड़ा और 24 को हुगली के चुचुड़ा में सभा होगी. प्रत्येक जिलों में होने वाली सभाओं में प्रदेश व केंद्र के आला नेता उपस्थित रहेंगे.
अदालत की अवमानना करते हुए भत्ता दिया जा रहा है. इस संबंध में वह वकीलों से चर्चा कर आगे की कार्रवाई तय करेंगे. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री का भाजपा पर दंगा लगाने का आरोप पूरी तरह से गलत है.
केंद्र में नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भाजपा की सरकार का एक वर्ष पूरा हो चुका है या पूर्व में अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार के दौरान कहां दंगा हुआ. यह मुख्यमंत्री बतायें. वह केवल तुष्टिकरण की राजनीति कर रही हैं. भाजपा पर राज्य के बांटने का आरोप लगाये जाने पर श्री सिन्हा ने कहा कि गोरखा जनमुक्ति मोरचा के साथ जीटीए का समझौता कर मुख्यमंत्री ने राज्य को बांटने की कोशिश की है. उन्होंने कहा कि सारधा चिटफंड से स्पष्ट है कि इस घोटाले में तृणमूल के कई बड़े नेता शामिल हैं. राज्य का एक मंत्री जेल में है. कइयों से पूछताछ हो रही है. तृणमूल इस घोटाले से अपना पल्ला नहीं झाड़ सकती है.