सिलीगुड़ी: सिलीगुड़ी नगर निगम में तैनात कर्मचारियों के बेवजह ओवरटाइम कर मोटी रकम तनख्वाह के रूप में लेने का खेल खत्म हो जायेगा. सिलीगुड़ी के नये मेयर अशोक भट्टाचार्य ने इसकी तैयारी कर ली है. वर्तमान में सिलीगुड़ी नगर निगम के कर्मचारी लेटलतीफ हैं. आरोप है कि यह कर्मचारी अपने कार्य पर देरी से आते हैं और बाद में बेवजह ओवरटाइम बना कर मोटी रकम तनख्वाह भी लेते हैं.
पिछले वर्ष ओवरटाइम के रूप में सिलीगुड़ी नगर निगम को 47 लाख रुपये का भुगतान कर्मचारियों को करना पड़ा था. इस वर्ष इस रुपये को बचाने की योजना है. मेयर अशोक भट्टाचार्य ने संवाददाताओं से बातचीत करते हुए कहा कि सिलीगुड़ी नगर निगम में ऐसे कई विभाग है, जहां कर्मचारियों की संख्या अधिक है. ऐसे कर्मचारियों को उन विभागों में भेजा जायेगा, जहां कर्मचारियों की संख्या में कमी है. इतना ही नहीं सभी कर्मचारियों को समय पर कार्यालय आने की हिदायत दी गयी है. जो कर्मचारी देर से कार्यालय आयेंगे, उनके खिलाफ कार्रवाई की जायेगी. श्री भट्टाचार्य ने कहा कि सिलीगुड़ी नगर निगम में खरचों की कटौती की जा रही है.
इसके साथ ही विभिन्न योजनाओं के माध्यम से आय बढ़ाने की कोशिश की जा रही है. उन्होंने कहा कि ओवरटाइम बंद होने से 47 लाख रुपये की बचत होगी और इस पैसे को विकास कार्यो पर खर्च किया जायेगा. इसके साथ ही अशोक भट्टाचार्य ने सिलीगुड़ी नगर निगम के सभी पार्षदों को शीघ्र ही वार्ड कमेटी गठित करने की हिदायत दी है. इसके लिए सभी पार्षदों को उन्होंने चिट्ठी भी लिखी है. उन्होंने कहा है कि नगरपालिका अधिनियम 2006 के अनुसार, वार्ड कमेटी तथा सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट कमेटी का गठन अनिवार्य कर दिया गया है. इसके तहत सभी पार्षदों को भी अपने-अपने वार्डो में दोनों कमेटियों का गठन करना होगा. इसके साथ ही उन्होंने नगर निगम क्षेत्र में विभिन्न नागरिक सेवाओं पर विशेष ध्यान देने की अपील भी पार्षदों से की हैं.