उन्होंने बताया कि एक बोरो ऑफिस किराये के मकान में चल रहे है और पार्किग की बड़ी समस्या है. उसे जल्द ही निगम के निजी मकान में स्थानांतरित किया जायेगा.
सभी बोरो को आधुनिक किया जायेगा. बोडो की क्षमता बढ़ाकर कई महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां सौंपी जायेगी. एमआइसी गठन होने के बाद ट्रेड लाइसेंस जैसे कार्य, जीवन-मृत्यु प्रमाण-पत्र, म्यूटेशन, सामाजिक सुरक्षा जैसे महत्वपूर्ण कार्यो क ो निपटाने का प्रयास किया जायेगा और निगम पर दबाव कम किया जायेगा.