सिलीगुड़ी: सिलीगुड़ी नगर निगम चुनाव परिणामों के घोषित हुए करीब एक सप्ताह से अधिक का समय बीत चुका है और चुनाव परिणाम को लेकर आंकड़ों का विश्लेषण भी जारी है. सिलीगुड़ी नगर निगम चुनाव में 23 सीटों पर जीत हासिल कर वाम मोरचा ने अपना परचम लहराया है. तृणमूल कांग्रेस सिर्फ 17 सीटों पर जीत हासिल कर सकी है. 47 सीटों पर हुए चुनाव में तृणमूल कांग्रेस की हालत पतली रही. और तो और, तृणमूल कांग्रेस के जिला अध्यक्ष तथा उत्तर बंगाल विकास मंत्री गौतम देव अपने विधानसभा क्षेत्र में ही पार्टी की नैया पार नहीं लगा सके.
यहां उल्लेखनीय है कि सिलीगुड़ी नगर निगम में कुल 47 सीटें हैं जिनमें से 14 वार्डो को एडेड वार्ड कहा जाता है. ये वार्ड जलपाईगुड़ी जिले में पड़ते हैं. इसके साथ ही यह सभी वार्ड उत्तर बंगाल विकास मंत्री गौतम देव के विधानसभा क्षेत्र डाबग्राम फूलबाड़ी के अधीन है. इन 14 वार्डो में से तृणमूल कांग्रेस उम्मीदवारों की मात्र 5 सीटों पर जीत हुई है. अपने ही विधानसभा क्षेत्र में पार्टी के इतने खराब प्रदर्शन के बाद गौतम देव सीधे तौर पर अपनी पार्टी के अंदर ही विरोधियों के निशाने पर हैं. गौतम देव के विधानसभा क्षेत्र में भी 14 सीटों में से 8 सीटों पर वाम मोरचा उम्मीदवारों की जीत हुई है, जबकि एक सीट कांग्रेस की झोली में गई है. वार्ड नंबर 31 से वाम मोरचा के दीपा विश्वास की जीत हुई है. उन्होंने 4322 मत लेकर तृणमूल कांग्रेस की सौगत सेनगुप्ता को हराया है.
वार्ड नंबर 32 में भी वाम मोरचा उम्मीदवार तापस चटर्जी ने तृणमूल उम्मीदवार जयदीप नंदी को हराया. हालांकि यहां जीत में अंतर काफी अधिक नहीं है. तापस चटर्जी जहां 1890 मत लेने में कामयाब रहे, वहीं तृणमूल कांग्रेस के जयदीप नंदी 1844 मत ही प्राप्त कर सके. भाजपा उम्मीदवार आनंद मंडल 1175 मत लेकर तीसरे स्थान पर रहे हैं. कांग्रेस के प्रकाश चन्द्र दास 335 मत लेकर चौथे स्थान पर रहे. वार्ड नंबर 33 से भी वाम मोरचा उम्मीदवार की ही जीत हुई है. वाम मोरचा उम्मीदवार असीम साहा ने तृणमूल कांग्रेस के शर्मिष्ठा दे को हराया. असीम साहा जहां 3026 मत लेने में कामयाब रहे, वहीं तृणमूल की शर्मिष्ठा दे 2889 मतों पर सिमट गईं. वार्ड नंबर 34 से वाम मोरचा की गोलाप राय ने भारी जीत हासिल की. वह 4765 मत पाने में कामयाब रहीं, जबकि तृणमूल कांग्रेस की काकली सिंह सिर्फ 2828 मतों पर सिमट गईं. वार्ड नंबर 39, 42, 43 तथा 44 में भी वाम मोरचा उम्मीदवारों की जीत हुई है. वार्ड नंबर 39 से वामो उम्मीदवार रेवा सरकार ने 2704 मत लेकर तृणमूल कांग्रेस की रीना दास को हराया. वार्ड नंबर 42 में वाम मोरचा उम्मीदवार दिलीप सिंह की भारी जीत हुई. उनके मुकाबले में खड़े तृणमूल कांग्रेस के जीतेन पाल को करारी हार का सामना करना पड़ा. दिलीप सिंह जहां 4902 मत पाने में कामयाब रहे, वहीं जीतेन पाल मात्र 1954 मत ही प्राप्त कर सके. वार्ड नंबर 43 से भी वाम मोरचा की रागिनी सिंह जीती हैं. उन्होंने 2869 मत हासिल कर तृणमूल कांग्रेस की सुधा प्रसाद साह को हराया. सुधा प्रसाद साह मात्र 1885 मत प्राप्त कर सकीं. इसी तरह से वार्ड नंबर 44 से भी वाम मोरचा उम्मीदवार प्रीतिकना विश्वास की जीत हुई है. प्रीतिकना विश्वास ने तृणमूल कांग्रेस की मीठू साहा को हराया. स्वाभाविक तौर पर अपने ही इलाके में पार्टी की इस दुर्गति के कारण गौतम देव सभी के निशाने पर हैं. 14 वार्डो में सिर्फ 5 वार्डो में तृणमूल कांग्रेस की जीत हुई है. तृणमूल उम्मीदवारों ने वार्ड नंबर 35, 36, 37, 38 तथा 41 में जीत हासिल की, जबकि वार्ड नंबर 40 से कांग्रेस उम्मीदवार की जीत हुई है.
वार्ड नंबर 35 से तृणमूल कांग्रेस की चन्द्राणी मंडल जीत हासिल करने में कामयाब रही हैं. उन्होंने वाम मोरचा की संपा महंत को हराया. इसी तरह से वार्ड नंबर 36 तृणमूल कांग्रेस उम्मीदवार आलोक भक्त जीते हैं. आलोक भक्त ने 2938 मत पाकर भाजपा के प्रशांत बैद को हराया है. प्रशांत बैद 2873 मत पाने में सफल रहे. वाम मोरचा उम्मीदवार उत्तम अधिकारी 2241 मत पाकर तीसरे स्थान पर रहे. वार्ड नंबर 37 से तृणमूल कांग्रेस उम्मीदवार रंजनशील शर्मा की जीत हुई है. उन्होंने भाजपा के मनोरंजन साहा को हराया है. रंजनशील शर्मा यहां 4031 मत पाने में कामयाब रहे, जबकि भाजपा उम्मीदवार को 3007 मत प्राप्त हुआ. वाम मोरचा के नकुल चन्द्र सरकार 2041 मत पाकर तीसरे स्थान पर रहे. वार्ड नंबर 38 से तृणमूल कांग्रेस उम्मीदवार दुलाल दत्त ने जीत हासिल की है. यहां उन्होंने वाम मोरचा उम्मीदवार शंभू सूत्रधर को हराया है. इसके अलावा तृणमूल कांग्रेस उम्मीदवार ने वार्ड नंबर 41 में जीत हासिल की है. यहां से तृणमूल के रवि राय चुनाव जीते हैं. उन्होंने भाजपा के दीपायन विश्वास को हराया, जबकि वाम मोरचा उम्मीदवार जगलाल राय तीसरे स्थान पर रहे. इसके अलावा वार्ड नंबर 40 से कांग्रेस उम्मीदवार की जीत हुई है. इन आंकड़ों को देखकर स्पष्ट है कि तृणमूल कांग्रेस के जिला अध्यक्ष तथा उत्तर बंगाल विकास मंत्री गौतम देव अपने विधानसभा क्षेत्र में ही अपनी पार्टी की नैया पार नहीं लगा सके.
क्या कहते हैं माकपा नेता
निवर्तमान बोर्ड में विरोधी दल के नेता रहे तथा वार्ड नंबर 45 से चुनाव जीतने वाले माकपा नेता मुंशी नुरूल इस्लाम ने इस मुद्दे पर मंत्री गौतम देव पर जमकर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि चार साल से भी अधिक समय से वह डाबग्राम फूलबाड़ी केन्द्र से विधायक हैं, साथ ही मंत्री भी हैं, उसके बाद भी आम लोगों के लिए उन्होंने कोई काम नहीं किया है. वह सिर्फ विकास की बातें करते हैं, जबकि वास्तविक स्थिति यह है कि दूर-दूर तक इलाके का विकास नहीं हुआ है. कांग्रेस तथा तृणमूल कांग्रेस के बोर्ड ने पांच वर्षो तक शासन किया और सिर्फ विकास की बातें हुई. वास्तविक रूप से विकास का कोई काम नहीं हुआ है.