मालदा: नेपाल में आये भूकंप में मालदा की एक महिला व उसकी सात महीने की बेटी की दर्दनाक मौत हो गयी. जबकि पिता जिंदा बच गया. बच्ची के पिता को घायल हालत में काठमांडू के पशुपतिनाथ अस्पताल में भरती कराया गया है.
मालदा के कालियाचक थानांतर्गत भागलपुर गांव में इस खबर के आते ही पूरा परिवार शोक में डूब गया. दूसरी ओर, स्थानीय प्रशासन के पास मां व बेटी की भूकंप में मौत की कोई खबर नहीं है. मृतका का नाम पिंकी चटर्जी (27) व उसकी सात महीने की बच्ची का नाम अनुसूआ है. 25 अप्रैल को दीवार के मलवे में दब कर दोनों की मौत हो गयी. पिंकी का पति देवाशीष चटर्जी घायल हो गये. देवाशीष चटर्जी मुर्शिदाबाद जिले का रहनेवाला है. तीन साल पहले कालियाचक के भागलुपर गांव की लड़की पिंकी के साथ उसकी शादी हुई थी. देवाशीष नेपाल में पिछले चार सालों से काम करता था. वह पेशे से व्यवसायी है. उसका नेपाल में एक रेस्टूरेंट है. काठमांडू में एक किराये के घर में रहता था. पिंकी के पिता नकुल सरकार ने बताया कि रविवार को भूकंप के बाद से पूरा परिवार परेशान था. बेटी,दामाद व नातिनी की कोई खबर नहीं मिल रही थी. जो सोचा था वैसा ही हुआ.
बुधवार को जमाई ने फोन कर बताया कि भूकंप में पिंकी व उसके बच्ची की मौत हो गयी. जमाई का इलाज चल रहा है. घटना के दिन वे लोग पशुपतिनाथ मंदिर में पूजा के लिए गये थे. वहां से घर पहुंचते वक्त भूकंप के चपेट में आ गये. एक पुराने बिल्डिंग के टूट जाने से घटनास्थल पर ही पिंकी व उसकी बच्ची की मौत हो गयी. दामाद घायल हो गया. दामाद ने स्वस्थ होने के बाद फोन पर सारी जानकारी दी.
नकुल सरकार ने बताया कि वह आज रात को ही परिवार को लेकर नेपाल की ओर रवाना होंगे. इधर पिंकी की मौत से पूरे गांव में शोक की लहर दौर गयी है. कालियाचक एक नंबर ब्लॉक के बीडीओ कुशल बोस ने बताया कि नेपाल के भूकंप में कालियाचक की महिला व उसकी बच्ची की मौत के बारे में नहीं पता. महिला के परिवार की ओर से प्रशासन को कोई खबर नहीं दी गयी.