अहलुवालिया भी थे मौजूद
कमेटी बनाने का मिला आश्वासन
सिलीगुड़ी : गोरखा जनमुक्ति मोरचा (गोजमुमो) सुप्रीमो बिमल गुरुंग ने गुरुवार को नयी दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की. गोजमुमो नेताओं के अनुसार, दाजिर्लिंग के सांसद एसएस अहलुवालिया के साथ गुरुंग प्रधानमंत्री से मिले. गुरंग ने मोदी से अलग गोरखालैंड राज्य बनाने की मांग की.
गोजमुमो नेता ने प्रधानमंत्री को बताया कि अलग गोरखालैंड राज्य की मांग को लेकर दाजिर्लिंग पर्वतीय क्षेत्र के लोग एक सौ वर्ष से भी अधिक समय से आंदोलन कर रहे हैं, लेकिन किसी भी सरकार ने इस दिशा में कोई पहल नहीं की. गुरुंग ने प्रधानमंत्री को यह भी याद दिलाया कि लोकसभा चुनाव प्रचार के लिए जब वह सिलीगुड़ी आये थे तब उन्होंने गोरखाओं के सपनों को अपना सपना बताया था. गोजमुमो सूत्रों के अनुसार, मोदी ने गोरखालैंड की मांग पर एक कमेटी बनाने का आश्वासन बिमल गुरुंग को दिया है.
यहां उल्लेखनीय है कि अलग गोरखालैंड राज्य की मांग को लेकर गोजमुमो समर्थक इस महीने की 9 तारीख से ही दिल्ली के जंतर मंतर पर धरना दे रहे थे. 17 तारीख को धरने का अंतिम दिन था. उसके बाद से ही बिमल गुरुंग तथा उनके अन्य सहयोगी नेता रोशन गिरि, विनय तामांग, हर्क बहादुर छेत्री आदि केंद्रीय मंत्रियों से मुलाकात करने में लगे हुए हैं. गुरुंग अपने साथी नेताओं के साथ बुधवार को केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह से भी मिले थे. आधे घंटे तक चली इस मुलाकात में गोजमुमो नेताओं ने उनसे कई मांगें रखी. इनमें गोरखाओं को गोरखा प्रमाण-पत्र दिये जाने की मांग भी शामिल है. बाद में यह लोग केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री स्मृति ईरानी से भी मिले और दाजिर्लिंग में केंद्रीय विश्वविद्यालय खोलने की मांग की.