तृणमूल के अत्याचार का जवाब देने के लिये कार्यकर्ताओं, समर्थकों को मजबूत होने की जरूरत है. श्री मिश्र बुधवार को तामलीबांध में माकपा की जनसभा को संबोधित कर रहे थे. उन्होंने कहा कि कार्यकर्ताओं के हाथों में मौजूद पार्टी के झंडे का डंडा पतला हो गया है.
इसे मजबूत एवं सख्त करना होगा. आक्रमण, कार्यालय दखल, झूठे मामलों में फंसाने, गुंडागर्दी की कोशिश करने वालों का डटकर विरोध करना होगा. श्री मिश्र ने कहा कि सारधा कांड से तृणमूल के दर्जनों नेता, कार्यकर्ता व मंत्री जुड़े हैं. इनमें दो-तीन बांकुड़ा के हैं. वस्त्र मंत्री का वस्त्र भी दागदार है. सारधा कांड में दीदी को चुप्पी तोड़नी होगी. वर्तमान में कई तृणमूल के नेता, मंत्री कमल फूल बन गये हैं. लेकिन लाल को लांघकर गोल दागना मुश्किल है. दीदी सिंगापुर भ्रमण कर करोड़ों के निवेश की बात कहती है तो दूसरी ओर पीएम हमेशा विदेशी दौरे पर ही रहते हैं. मुख्यमंत्री को आड़े हाथ लेते हुये कहा कि अस्पताल जाने पर पता चलता है कि शिशु मृत्यु दर बढ़ रही है.
बाजार जाने पर महंगायी का सामना करना पड़ता है. उन्होंने कार्यकर्ताओं को चेताया कि स्वाद बदलने की फिराक में न रहकर समय इंतजार करें. उन्होंने कहा कि राज्य में ही नहीं बल्कि जिले में भी माकपा के अस्तित्व पर प्रश्न चिन्ह लगाये जा रहे थे. लेकिन तामलीबांध में हजारों सीपीएम कार्यकर्ताओं एवं समर्थकों की उपस्थिति ने सत्तारूढ दल को संकेत दे दिया है. मंच पर उपस्थित पूर्व जिला सचिव अमिय पात्र ने जिले के नये सचिव अजित पति का परिचय कराते हुये मंच का संचालन उन्हें सौंप दिया. मौके पर पार्थ दे, देवलिना हेमब्रम एवं जिला के अन्य माकपा नेता उपस्थित थे.