सिलीगुड़ी: ग्राम पंचायत क्षेत्र में रहने वाले सबसे पिछड़े नहीं, वें भी अपनी आवाज ऊपर तक ले जा सकते है. उनके भी वही अधिकार और जरूरते है, जो दिल्ली के नागरिक के है. लेकिन 35 साल तक उनके आवाज को वाममोरचा ने दबाया. मजदूरों के साथ धोखा किया. पश्चिम बंगाल में विकास ठप है. पिछड़ गया बंगाल. इसके लिए जिम्मेदार वाममोरचा है. लेकिन वर्त्तमान में तृणमूल सरकार भी जनता का विश्वास जीत नहीं पायी. यहां तक जिसने उसे मुख्यमंत्री के पद पर बिठाया उसके पीठ में छुड़ा घोंपा.
दोनों समान है. यह कहना है कांग्रेस के पूर्व केंद्रीय मंत्री मणि शंकर अय्यर का. वह रविवार को फुलबाड़ी ग्राम पंचायत में एक सभा को संबोधित कर रहे थे. पूर्व केंद्रीय मंत्री ने पंचायत चुनाव में ममता बनर्जी और चुनाव आयोग के बीच उठा पटक पर बोलते हुये कहा कि ममता बनर्जी जानती थी कि पंचायत चुनाव में उसकी हार होगी.
इसलिए वह राज्य पुलिस से चुनाव आयोजित करवाना चाहती थी. मामला कोर्ट में जाने के बाद केंद्रीय बल को हस्तक्षेप करना पड़ा. हर चरण के चुनाव में लोग मारे गये. चारों तरह हिंसा व डर का माहौल है. चुनाव में उम्मीदवारों को धमकी दी जा रही है. कांग्रेस के नेताओं पर विशेष रूप से हमला किया जा रहा है. हिंसा का राजनीति से सत्ता अधिक दिन तक नहीं रहती.