सिलीगुड़ी: एलियन के बारे में बच्चों को सटीक जानकारी देने के लिए जगत जननी सुधांशुबाला शिशु ऋषि शिक्षाश्रम की ओर से आज एक शिविर का आयोजन किया गया. सुबह 11 बजे से शिविर का शुभारंभ हुआ. शिविर में आश्रम के संस्थापक तथा बांग्ला साहित्य के विशिष्ट लेखक व कवि भास्कर मजूमरदार, शिक्षाश्रम की आचार्य दीपाराय, सहायिका संगीता साहा, सेविका माधवी सरकार, शिक्षाश्रम के शिक्षार्थी व आसपास के लोग एवं छोटे बच्चे शामिल रहे.
शिविर में उपस्थित भास्कर मजूमदार ने दूसरे ग्रहों के जीव व एलियन को लेकर निजी पहल पर तैयार करीब एक हजार पन्नों के शोध पत्र के कुछ महत्वपूर्ण हिस्से का वैज्ञानिक तात्पर्य शिविर में उपस्थित बच्चों के सामने रखा. उन्होंने बताया कि जिन ग्रहों का तापमान -85.5 डिग्री व -60.5 डिग्री के बीच है व इससे थोड़ा कम है उन ग्रहों में एलियन है एवं जिन ग्रहों व उपग्रहों का रासयनिक व भौतिक पर्यावरण पृथ्वी जैसा है, वहां एलियन है.
इन ग्रहों के एलियन पानी के बदले परिवहन के माध्यम से हाइड्रोजेन सलफाइड का इस्तेमाल करते हैं. एलियन धरती के जीवों के लिए जहरीले हैं. उन्होंने बच्चों को यह भी बताया कि भूत व एलियन एक नहीं है. भूत का कोई अस्तित्व नहीं है. वैज्ञानिकों के अनुसार, भूत इंसान की कल्पना है.