दार्जिलिंग : पहले जीटीए का विकल्प बतायें, छठी अनुसूची नहीं बल्कि अलग राज्य गोर्खालैंड का गठन करें..जैसे पोस्टर लिखकर गोजमुमो विनय गुट ने गोरामुमो और दार्जिलिंग के सांसद राजू बिष्ट को जवाब दिया है.
गोरामुमो ने पिछले 22 अगस्त को दार्जिलिंग गोरखा पर्वतीय परिषद के समझौता दिवस के अवसर पर शहर के विभिन्न क्षेत्रों में असंवैधानिक जीटीए को खारिज करने की मांग करते हुए पोस्टर चिपकाया था. खंड विकास अधिकारियों से भी जीटीए को खारिज करने की मांग करते हुए ज्ञापन पत्र सौंपा गया था.
दार्जिलिंग सांसद राजू बिष्ट ने भी गोर्खालैंड और स्थायी राजनीतिक समाधान के मार्ग में जीटीए को बाधा बताया था. इन सभी बातों का गोजमुमो विनय गुट ने पोस्टर के जरिये जवाब दिया है.
इसी तरह से एक अन्य पोस्टर में पंचायती राज का गला दबाकर पहाड़ को विछिन्न करने वालों को हमें शिक्षा देने की कोई जरूरत नहीं. अस्थायी व्यवस्था के बावजूद केन्द्र सरकार ने लद्दाख को केन्द्र शासित प्रदेश बनाया तो फिर दार्जिलिंग को क्यों नहीं जैसे लिखे पोस्टर को चिपकायचा गया है.