सिलीगुड़ी : छोटे गैस सिलिंडरों का बड़ा कारोबार
सिलीगुड़ी : सिलीगुड़ी क्षेत्र में छोटे गैस सिलिंडरों का अवैध कारोबार खूब फल-फूल रहा है. पुलिस प्रशासन की ओर से बीच-बीच में मुहिम चलाये जाने के बावजूद इस धंधे पर नकेल कस पाना संभव नहीं हो पा रहे है. इस अवैध कारोबार में जुटे लोगों की चांदी हो रही है. जबकि स्थानीय लोग हर हमेशा ही किसी दुर्घटना की आशंका को लेकर चिंतित रहते है.
बड़े सिलेंडरों से छोटे सिलिंडरों में गैस भरने(री-फिलिंग) का काम भी पूरी तरह अवैध होता है. यह प्रक्रिया खतरों से भरा होता है. री-फिलिंग की जगह पर सुरक्षा का कोई बंदोबस्त नहीं रहता है. गैस री-फिलिंग का अवैध कारोबार करने वालों का ज्यादातर अड्डे रिहायशी इलाकों में ही चलते हैं. गैस भरने की प्रक्रिया एवं छोटे गैस सिलेंडरों के व्यवहार किये जाने को लेकर सरकार की ओर से किसी तरह की मान्यता दी जाती है या नहीं, इसे लेकर सरकारी अधिकारियों में ही संदेह है.
उल्लेखनीय है कि बीते महीने भक्तिनगर थाना की पुलिस ने शिकायत के आधार पर प्रकाशनगर, एनजेपी चौकी की पुलिस ने एनजेपी क्षेत्र एवं सिलीगुड़ी थाना की पुलिस ने इसी महीने टिकियापाड़ा में मुहिम चलाकर सैकड़ों छोटे-बड़े गैस सिलेंडर, गैस भरने की मशीनें व सामान समेत कई कारोबारियों को भी गिरफ्तार किया था. लोगों का कहना है कि पुलिस जब मुहिम चलाती है, तो कुछ दिनों तक कारोबार बंद रहता है. महीना 20 दिन बीतते ही कारोबार वापस उसी रफ्तार से शुरू हो जाता है. सिलीगुड़ी में यह अवैध कारोबार वार्ड नंबर 6 के डांगीपाड़ा के गांजा गली, हिलकार्ट रोड, महावीरस्थान, सेवक रोड, चेकपोस्ट, हैदरपाड़ा, बागडोगरा, बिहारमोड़ समेत विभिन्न इलाकों में चोरी-छिपे हो रहे हैं. सिलीगुड़ी मेट्रोपोलिटन पुलिस के आयुक्त (सीपी) जगमोहन ने कहा कि छोटे सिलेंडरों में गैस भरना खतरों से खाली नहीं है.
बिना सरकारी अनुमति के किसी भी जगह छोटे सिलेंडरों में गैस भरना एवं बिक्री करना पूरी तरह गैर-कानूनी है. पुलिस को जब भी इस अवैध कारोबार की शिकायत या सूचना मिलती है, हम इसके विरूद्ध कार्रवाई करते हैं. उन्होंने कहा कि सिलीगुड़ी मेट्रोपोलिटन क्षेत्र में किसी भी तरह का अवैध कारोबार बरदाश्त नहीं किया जायेगा. दाजिर्लिंग जिला दमकल विभाग के अधिकारी दीपक नंदी ने कहा कि हम इस मामले में सीधा हस्तक्षेप नहीं कर सकते. हालांकि गैस री-फिलिंग के कार्य में अगर सरकारी नियमों का उल्लंघन किया जाता है, इसकी शिकायत मिलने पर हम अवश्य कार्रवाई करते हैं.
इस संबंध में एक तेल कंपनी के अधिकारी ने कहा कि छोटे गैस सिलेंडरों में गैस भरने की कोई व्यवस्था हमारे पास नहीं है और अगर कोई बड़े सिलेंडरों से छोटे सिलेंडरों में री-फिलिंग का काम करता है तो यह पूरी तरह से गैर कानूनी है. नॉर्थ बंगाल एलपीजी डिस्टीब्यूटर एसोसिएशन के सचिव कौशिक सरकार ने भी कहा है कि छोटे सिलेंडरों में गैस भरने का काम ना केवल, गैर कानूनी है, बल्कि खतरनाक भी है. ऐसा करने से कभी भी दुर्घटना घट सकती है.