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सिलीगुड़ी : ….जब महानंदा नदी में मछली लूटने की मची होड़

शनिवार सुबह नदी की सतह व तटों पर बड़ी संख्या में जिंदा व मृत मछलियां उतरा गयी थीं आमलोगों से मरी मछलियां नहीं खाने की अपील सिलीगुड़ी : सिलीगुड़ी के ह्रदयस्थल से बहनेवाली और सिलीगुड़ी की लाइफ लाइन कही जानेवाली महानंदा नदी में शनिवार सुबह अचानक लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी. यह भीड़ नदी में […]

शनिवार सुबह नदी की सतह व तटों पर बड़ी संख्या में जिंदा व मृत मछलियां उतरा गयी थीं

आमलोगों से मरी मछलियां नहीं खाने की अपील

सिलीगुड़ी : सिलीगुड़ी के ह्रदयस्थल से बहनेवाली और सिलीगुड़ी की लाइफ लाइन कही जानेवाली महानंदा नदी में शनिवार सुबह अचानक लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी. यह भीड़ नदी में छठ पूजा या फिर अन्य पर्व-त्योहारों पर होनेवाले नदी स्नान के लिए या फिर आस्था की डूबकी लगाने के लिए नहीं उमड़ी, बल्कि नदियों से मछलियों को पकड़ने के लिए उमड़ी थी.

आज सुबह से नदी के सतह व तटों पर मृत व तड़पती मछलियां भारी तादाद में उपला गयीं. यह खबर फैलते ही केवल महानंदा नदी के आस-पास के लोग ही नहीं बल्कि पूरे सिलीगुड़ी से लोग उमड़ने लगे. देखते ही देखते महानंदा नदी में मछली पकड़ने के लिए लोगों में होड़ लग गयी. बाद में सूचना पाकर सिलीगुड़ी पुलिस कमिश्नरेट के अंतर्गत सिलीगुड़ी व प्रधाननगर थाना के पुलिस अधिकारी व अन्य संबंधित विभागों एवं शासन-प्रसाशन के अधिकारी मौके पर पहुंचे. पुलिस ने मछलियां पकड़नेवालों को नदी से खदेड़ा और मृत मछलियों के रहस्य से पर्दा हटाने में जुट गयी.

मत्स्य विभाग के अधिकारियों ने नदी से पानी, मृत व तड़पती मछलियों को इकट्ठा किया है जिसे फॉरेंसिक जांच के लिए भेजने की बात कही. विदित हो कि इससे पहले जलपाईगुड़ी के करला नदी में जहरीला रसायन से दो-दो बार मृत मछलियां पायी गयी थी. इसके अलावा सिलीगुड़ी से सटे फूलबाड़ी महानंदा बैरेज में भी मृत मछलियां मिलने से चारों ओर हड़कंप मच गया था.

बोले समाजसेवी

महानंदा बचाओ कमेटी सह वन्य-प्राणी व पर्यावरण संरक्षण संस्था से जुड़ी सिलीगुड़ी की समाज सेविका ज्योत्सना अग्रवाल का कहना है कि मछलियां अचानक क्यों मृत पायी गयी यह फिलहाल जांच का विषय है. संबंधित विभाग को तत्परता के साथ इसकी जांच पड़ताल करने की जरुरत है.

साथ ही लोग इन मृत मछलियों का सेवन न करें, इसके लिए व्यापक रुप से प्रचार-प्रसार करने की भी आवश्यकता है. इसमें कोई दो राय नहीं है कि ये मछलियां किसी जहरीले रसायन के वजह से ही मृत हुई हो .इसलिए लोगों को इन मछलियों के सेवन करने से रोकने और बाजारों से भी इन मृत मछलियों को हटाने की जरुरत है.

शहरवासी लगा रहे तरह-तरह के कयास

अबकी बार सिलीगुड़ी के महानंदा नदी में मृत मछलियों के मिलने से शहरवासी तरह-तरह का कयास लगा रहे हैं. किसी का कहना है नदी में किसी ने जानबूझ कर जहरीला रसायन मिलाया है. तो किसी का मानना है कि शहर के कई ड्रेन-हाइड्रेन से गंदा व जहरीला पानी भी महानंदा में गिरायी जाती है.

हो सकता है कि इन्हीं कारणों से नदी में अचानक मछलियां मृत पायी गयी. लोग यह भी कयास लगा रहे हैं कि उत्तर बंगाल में कच्चे मालों की सबसे बड़ी मंडी सिलीगुड़ी रेगुलेटेड मार्केट स्थित मछली आड़त के किसी थोक कारोबारी के यहां दो दिनों पहले भारी तादाद में मछलियां मर गयी. बाद में उसी कारोबारी ने लोगों की नजर से बचाकर सभी मृत मछलियों को नदी में फिकवा दिया.

मामले की जांच जरूरी : अधिकारी

महानंदा नदी से मृत व तड़पती मछलियों की बरामदगी की खबर मिली है. फिलहाल इसे लेकर जांच-पड़ताल की जरुरत है. सूचना मिलते ही नदी से पानी और मृत मछलियों जांच के लिए इकट्ठा की गयी है.

इसे फॉरेंसिक जांच हेतु कोलकाता भेज भी दिया गया है. सर्द मौसम में प्रत्येक वर्ष ही नदियों में इस समय पानी का स्तर काफी कम हो जाता है. अक्सर देखा गया है कि मछलियों का धंधा करनेवाले इस सर्द मौसम में बड़े पैमाने पर मछलियां पकड़ने के लिए जहरीला रसायन नदी में डाल देते हैं और इस जहरीले पानी के सेवन से मछलियां मरने लगती है. ये मृत मछलियां अपने-आप ही नदी के सतह पर बहने लगती है. संभवत: इसी फायदे के मकसद से किसी मछली कारोबारी ने ही नदी में जहरीला रसायन पदार्थ मिलाकर यह दुस्साहस किया हो.

आर फोनिंग लेप्चा, एडिशनल डायरेक्टर टेक्निकल, मत्स्य विभाग.

मेयर ने झाड़ा पल्ला

मेयर अशोक भट्टाचार्य ने यह कहकर अपना पल्ला झाड़ लिया कि महानंदा नदी सिलीगुड़ी शहर के बीचोंबीच होकर जरुर बहती है लेकिन उसका सिलीगुड़ी नगर निगम से कोई लेना-देना नहीं है. महानंदा के कोई मामला राज्य सरकार द्वारा प्रायोजित सिंचाई, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड व मत्स्य विभाग के अधीन आता है. उन्होंने भी संबंधित विभाग से जल्द पूरे मामले की जांच करने और रहस्य से पर्दा हटाने का आह्वान किया है. साथ ही लोग फिलहाल नदी से मछली न पकड़े और पकड़े गये हैं वह बाजार में बिक्री न हो इसपर भी नजर रखे जाने का निर्देश दिया है.

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