सिलीगुड़ी. कानूनी पेशे में गैर-पेशेवरों की मौजूदगी व बहाली को लेकर आज उत्तर बंगाल के वकील भड़क उठे. बिक्री कर, आयकर, सेवा कर व अन्य संबंधित दफ्तरों में वकिलों ने आज एक दिन के लिए काम-काज ठप्प रखकर जोरदार विरोध प्रदर्शन किया.
साथ ही संबंधित अधिकारियों को सात-सूत्री मांगों का ज्ञापन भी सौंपा गया. उत्तर बंगाल के समस्त टेक्सेशन बार एसोसिएशनों, चार्टड एकाउंटेंड व कॉस्ट एकाउंटेंडों को मिलाकर नवगठित संगठन नॉर्थ बंगाल टेक्सेशन ज्वाइंट एक्शन कमिटी के संयोजक संजीव चक्रवर्ती का कहना है कि केंद्र व राज्य सरकार ने रिटर्न तैयार करने व वसूली करने को लेकर 12वीं पास गैर पेशेवर युवक-युवतियों को मात्र 15 से 30 दिन का प्रशिक्षण देकर इन सभी विभागों में बहाली की जा रही है.
सरकार 2006 साल से ही यह प्रक्रिया शुरु कर चुकी है. जबकी रिटर्न संबंधी कार्यो को पूरा करना काफी कठीन काम है. इसके कारण उनके काम पर असर पड़ रहा है.इन कार्यो को मात्र कुछ दिनों के प्रशिक्षण से कभी भी नहीं किया जा सकता. श्री चक्रवर्ती ने कहा कि पेशेवर वकील, चार्टड एकाउंटेंड व कॉस्ट एकाउंटेंड कई साल की पढ़ाई, प्रेक्टिस व डिग्री हासिल करने के बाद इन कार्यो को अंजाम देते हैं. इन गैर-पेशेवरों के गलत परामर्श के कारण आज करदाताओं को इसका खामियाजा भुगतना पड़ रहा है. इन गैर-पेशेवरों को जल्द नहीं हटाया गया, तो आनेवाले समय में यह समस्या और विकराल रुप धारण कर लेगी.