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सिलीगुड़ी : पुलिस कार्रवाई के बावजूद भू-माफियाओं के हौसले बुलंद
सिलीगुड़ी : एक तरफ राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भूमाफियाओं पर नकेल कसने को आतुर हैं वहीं दूसरी ओर सरकारी रूपए से नदी की जमीन पर अवैध कब्जा जमाकर बेचा जा रहा है. यह घटना सिलीगुड़ी मेट्रोपोलिटन पुलिस कमिश्नरेट के माटीगाड़ा थाना अंतर्गत बेलडांगी, तुंबाजोत व शीशोडांगी इलाके की है. नदी की जमीन दखल कर […]
सिलीगुड़ी : एक तरफ राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भूमाफियाओं पर नकेल कसने को आतुर हैं वहीं दूसरी ओर सरकारी रूपए से नदी की जमीन पर अवैध कब्जा जमाकर बेचा जा रहा है. यह घटना सिलीगुड़ी मेट्रोपोलिटन पुलिस कमिश्नरेट के माटीगाड़ा थाना अंतर्गत बेलडांगी, तुंबाजोत व शीशोडांगी इलाके की है. नदी की जमीन दखल कर करोड़ो रूपए की उगाही भूमाफियाओं ने की है. उसके बाद भी भूमाफियाओं की भूख अभी खत्म नहीं हुयी है. नदी की जमीन हथियाने का प्रयास लगातार जारी है.
सरकार के अधीन या निजी जमीनो पर अवैध कब्जा तो जारी ही है. लेकिन भूमाफियाओं की नजर नदी पर भी है. एक तो वैसे ही अवैध खनन व विभिन्न कारणों से सिलीगुड़ी व आस-पास की नदियों में पानी का स्तर लगातार घट रहा है. कई नदियां अपना मार्ग तक बदल रही है.
इसके बावजूद सिलीगुड़ी व आस-पास के इलाके में नदी की जमीन हड़प कर भूमाफिया बिक्री कर रहे हैं. सब कुछ आंखो के सामने होता देखकर भी पुलिस प्रशासन खामोश है. राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के निर्देश के बाद भूमाफिया से जुड़े कुछ लोग व दो बड़े सरगनाओं को गिरफ्तार कर पुलिस का अभियान भी थम सा गया है. इसबीच,माटीगाड़ा से होकर बहने वाली पंचनई नदी के दोनों तरफ भूमाफिया अपना पांव पसार रहे हैं.
कैसे हो रहा है कब्जा
मिली जानकारी के अनुसार माटीगाड़ा-1 नंबर ग्राम पंचायत से होकर गुजरने वाली पंचनई नदी के दोनों तरफ पहले से ही बोल्डर वाला बांध बना हुआ है. जबकि धीरे-धीरे नदी सिकुड़ती जा रही है. अब भूमाफिया की नजर इस नदी की जमीन पर है. हांलाकि एक तरफ नदी की जमीन पर बस्ती बसा कर यहलोग करोड़ो रूपए की उगाही भी कर चुके हैं. माटीगाड़ा-1 नंबर ग्राम पंचायत के बीच से होकर पंचनई नदी बहती है. नदी के एक तरफ बेलडांगी, तुंबाजोत आदि है तो दूसरी तरफ शीशोडांगी इलाका है. आरोप है कि वर्ष 2013-14 में स्थानीय ग्राम पंचायत के सदस्य व उसके लोगों ने बेलडांगी से नदी की जमीन को हथियाना शुरू किया. नदी की जमीन पर कब्जा करने के लिए भी सरकारी रूपए का उपयोग किया गया. पुराने बांध को पार कर नदी की जमीन में केंद्रीय परियोजना मनरेगा के रूपए से मिट्टी का बांध बनाकर जमीन निकाली गयी.
कई व्यवसायी भी आरोपों के घेरे में
बेलडांगी, तुम्बाजोत व शीशोडांगी इलाके में पंचनई नदी की जमीन पर अवैध कब्जा कर करोड़ों रूपए की उगाही करने वाले भूमाफिया में राज्य में सत्ताधारी पक्ष के कई बड़े नेताओं का नाम भी आरोपों के घेरे में है. जिनमें से कुछ ग्राम पंचायत चुनाव में चुने गये जनप्रतिनिधि भी शामिल हैं. इसके अतिरिक्त कई नामचीन व्यवसायियों का नाम भी भूमाफिया गिरोह से जुड़ा है. सरकारी योजना के रूपयों की बर्बादी कर नदी के बीच बांध बनाकर अवैध रूप से जमीन पर कब्जा हो रहा है. अब तो इस जमीन पर कई स्थानों पर पक्की बहुमंजिली इमारते भी बन गयी है. हांलाकि इस मामले को लेकर ग्राम पंचायत व प्रशासन खामोश है.
कई बीघा हड़पने की तैयारी
बेलडांगी से लेकर तुंबाजोत तक करीब 14 बीघा जमीन निकाली गयी है. वहीं शीशोडांगी के तरफ से करीब 10 बीघा जमीन नदी से निकाली गयी. इसके बाद जमीन की प्लाटिंग कर ढ़ाई से पांच लाख रूपए प्रति कट्ठा के हिसाब से बेचा गया है. हांलाकि अभी भी भूमाफिया की भूख समाप्त नहीं हुयी है. बेलडांगी इलाके में नदी की जमीन पर कब्जा करने का प्रयास अभी भी जारी है. नदी में जेसीबी उतारकर गैरकानूनी तरीके से बांध बनाने का काम अभी भी जारी है.
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