कोलकाता. राजस्थान के रुणीचा धाम में विराजित सर्वपूजित देवता बाबा श्री रामदेवजी महाराज का विराट दशमी मेला मंगलवार से शुरू हो गया. अपने स्वर्ण जयंती की ओर अग्रसर श्री रामदेव प्रचार समिति (कोलकाता) की ओर से बड़ाबाजार के शोभराम बैशाख स्ट्रीट स्थित सीआइटी पार्क में 45 वर्षों से आयोजित हो रहे इस भव्य विराट चार […]
कोलकाता. राजस्थान के रुणीचा धाम में विराजित सर्वपूजित देवता बाबा श्री रामदेवजी महाराज का विराट दशमी मेला मंगलवार से शुरू हो गया. अपने स्वर्ण जयंती की ओर अग्रसर श्री रामदेव प्रचार समिति (कोलकाता) की ओर से बड़ाबाजार के शोभराम बैशाख स्ट्रीट स्थित सीआइटी पार्क में 45 वर्षों से आयोजित हो रहे इस भव्य विराट चार दिवसीय दशमी मेला का शुभारम्भ यूं तो आज सायं 5 बजे विधिवत् पूजन अर्चन के साथ हुआ लेकिन सेवा को सर्वोत्तम साधना मानते हुए मेला के शुभारम्भ से पूर्व मेला परिसर में सजे बाबा रामदेवजी के भव्य दरबार में समिति के सचिव श्याम चांदगोठिया की मौजूदगी में उत्तर बंगाल के बाढ़पीड़ितों हेतु राहत सामग्री प्रदान की गयी.
इस अवसर पर सचिव श्री चांदगोठिया ने कहा कि बाबा रामदेव जी ने समाज के दीन-हीन-कमजोर तबके के उत्थान व उद्धार का कार्य किया और हमारा ऐसा मानना है कि पीड़ित मानवता की सेवा करके ही हम बाबा रामदेवजी की असीम कृपा प्राप्त कर सकते हैं.
श्री चांदगोठिया के मुताबिक आज मेला के पहले ही दिन बाबा के भव्य दरबार के दर्शन व आरती, चालीसा पाठ व सुविख्यात गायक गिरधर गोपाल हर्ष ‘तन्नी’ द्वारा प्रस्तुत बाबा श्री रामदेव जी महाराज की जन्मोत्सव कथा में काफी संख्या में श्रद्धालुओं ने उपस्थिति दर्ज करायी. रात्रि 11 बजे आरती के साथ प्रथम दिन के कार्यक्रम की पूर्णाहुति हुई.
मेला के मीडिया प्रभारी सुरेश कुमार भुवालका ने बताया कि मेला का औपचारिक उद्घाटन मेला के दूसरे दिन बुधवार (30 अगस्त) को प्रातः 11 बजे समाजसेवी सम्पतमल बच्छावत के कर-कमलों से होगा. इसी दिन प्रातः 11.30 बजे से बाबा रामदेवजी महाराज के चरणों का अभिषेक व आरती और इसके पश्चात् क्रमवद्ध तरीके से बाबा की जीवन गाथा का वर्णन, भजनामृत वर्षा, माल्यार्पण समारोह, भजन गंगा आदि कार्यक्रम अनुष्ठित होंगे. दूसरे दिन के समारोह की अध्यक्षता समाजसेवी चंद्रप्रकाश सरावगी करेंगे, जबकि माल्यार्पणकर्ता पवन गोयनका होंगे. मेला के सबसे महत्वपूर्ण दिवस दशमी के दिन 31 अगस्त को प्रातः 5 बजे मंगला आरती से मेला की शुरुआत होगी और फिर क्रमवद्ध तरीके से पूजा-अर्चना, बाबा की जीवन गाथा, भजन गंगा, माल्यार्पण समारोह आदि आयोजन होंगे. मुख्य आकर्षण सायं 7 बजे से 108 थाल की सामूहिक महाआरती का कार्यक्रम होगा. मेला में भजनों की अमृत वर्षा हेतु बीकानेर व मुंबई से भी भजन गायकों को आमंत्रित किया गया है. एक सितंबर को भव्य विराट शाोभायात्रा के साथ मेला का समापन होगा. समिति के अध्यक्ष डाॅ सुभाष दुगड़ सहित सुशील नाहटा, अशोक बिस्सा, नरेश अग्रवाल, संदीप बजाज समस्त पदाधिकारी व कार्यकर्ता मेला की तैयारियों में सक्रियता से जुटे हुए हैं.