ऐसे में मुख्यमंत्री ने उनकी पीठ पर हाथ रख उन्हें ढाढ़स बंधाया एवं हरसंभव राहत पहुंचाने का भरोसा दिया. बाढ़ पीड़ितों की हालत देखकर उन्होंने तुरंत मालदा के जिलाधिकारी कौशिक भट्टाचार्य एवं पुलिस अधीक्षक अर्णब घोष को बुलाकर बाढ़ पीड़ितों की मदद को पूरी ताकत झोंकने का निर्देश दिया. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार पर्याप्त राहत सामग्री भेज रही है, यह राहत सामग्री पीड़ितों तक हर हाल में पहुंचे इसका ध्यान रखें .
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मुआयना: सीएम ने उच्चस्तरीय दल के साथ उत्तर बंगाल के बाढ़ प्रभावित इलाकों का किया दौरा, कहा बंगाल को उसका हक दे केंद्र सरकार
मालदा: मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोमवार को मालदा, दक्षिण दिनाजपुर व उत्तर दिनाजपुर जिलों में आयी बाढ़ का जमीनी स्तर पर जायजा लिया. इस दौरान उन्होंने बाढ़ पीड़ितों के साथ बातचीत की एवं इनकी तकलीफों को सुनकर व उनकी की हालत को देखकर मर्माहत हुईं. मुख्यमंत्री को अपने करीब पाकर कई बाढ़ पीड़ित फफक पड़े. […]
मालदा: मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोमवार को मालदा, दक्षिण दिनाजपुर व उत्तर दिनाजपुर जिलों में आयी बाढ़ का जमीनी स्तर पर जायजा लिया. इस दौरान उन्होंने बाढ़ पीड़ितों के साथ बातचीत की एवं इनकी तकलीफों को सुनकर व उनकी की हालत को देखकर मर्माहत हुईं. मुख्यमंत्री को अपने करीब पाकर कई बाढ़ पीड़ित फफक पड़े.
इस मौके पर मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य को बाढ़ के चलते 14000 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है. मुख्यमंत्री ने कहा : मैंने सुना कि केंद्र ने असम को 2000 करोड़ रुपये दिये हैं. गुजरात को भी वित्तीय मदद दी है. मुझे उससे कोई दिक्कत नहीं है. मैं चाहती हूं कि हर राज्य को सहायता मिले.
पश्चिम बंगाल को हुआ नुकसान गुजरात और असम के नुकसान से कम नहीं है. हम केंद्र को बाढ़ पर पूरी रिपोर्ट भेजेंगे और आशा है कि हमारा (बंगाल का) जो हक बनता है वह हमें मिलेगा. मुख्यमंत्री ने कहा कि बाढ़ से राज्य में अबतक 152 लोगों की मौत हुई है.
गौड़भवन में रात बिताकर सोमवार सुबह करीब 12 बजे मुख्यमंत्री बाढ़ प्रभावित इलाकों का जायजा लेने पहुंचीं. 34 नंबर राष्ट्रीय राजमार्ग से बह रही बेहुला नदी का पानी घुटने तक बह रहा था. मुख्यमंत्री की गाड़ियों के चक्के इस पानी में डूब रहे थे. मुख्यमंत्री के बाढ़ पीड़ितों तक पहुंचने को लेकर राज्य पुलिस व प्रशासन के लोग चिंता में थे उसी समय मुख्यमंत्री ने खुद इसे आसान बनाते हुए कहा, गाड़ी जहां तक जा सकती है इसे ले चलिए. गाड़ी की खिड़की से बाढ़ का जायजा लेते गाजोल ब्लाक के पांचपाड़ा इलाके में पहुंची. वह खुद गाड़ी को रोककर उससे उतर गईं. सड़क पर घुटने तक पानी में उतरने के बाद वे बाढ़ पीड़ितों से बात करने लगीं. उन्हें पास पाकर कई बाढ़ पीड़ित महिलाएं रो पड़ीं. इनके बच्चों को पानी में खेलते देखकर मुख्यमंत्री ने इन्हें गोद में उठा लिया एवं पुचकारा. साथ ही उन्होंने इन माताओं को बच्चे का ध्यान रखने को कहा. साथ ही प्रशासन के उनके साथ रहने का आश्वासन दिया.
मालदा के डीएम-एसपी को निर्देश
मालदा पुलिस अधीक्षक अर्णब घोष व जिलाधिकारी कौशिक भट्टाचार्य से सीएम ने कहा कि बाढ़ पीड़ितों पर विशेष नजर रखें ताकि इनके इस हालत का कोई गलत फायदा नहीं उठा सके, आवश्यकता पड़ने पर इनकी सुरक्षा के लिए और पुलिस बल की तैनाती की जाये. इधर, मुख्यमंत्री को गाड़ी से पानी में उतरकर पीड़ितों से बात देख राज्य के मुख्यसचिव मलय दे, गृहसचिव अत्रि भट्टाचार्य, राज्य पुलिस के डीजी सुरजीत पुरकायस्थ समेत राज्य प्रशासनव पुलिस के आला अधिकारी वहां पहुंचे वहीं, बाढ़ पीड़ितों की परेशानी सुनने व देखने के बाद मुख्यमंत्री ने मालदा जिले के जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक को बुलाकर इन्हें हरसंभव मदद करने की हिदायत दी. साथ ही कहा कि राज्य ने पर्याप्त राहत सामग्री भेजी है ये राहत सामग्री इन बाढ़ पीड़ितों तक सही-सही पहुंचे इसका हर हाल में ध्यान रखें. उन्होंने इसके बाद वे उत्तर दिनाजपुर के मयना इलाके में भी बाढ़ पीड़ितों से मिलीं. साथ ही बाढ़ की विषम स्थिति को देखकर उन्होंने तुरंत मालदा लौटकर जल्द प्रशासन के अधिकारियों से बैठक करने का निर्णय लिया. दोपहर करीब ढाई बजे मुख्यमंत्री ने गौड़ भवन लौटकर मालदा, उत्तर दिनाजपुर व दक्षिण दिनाजपुर के प्रशासनिक अधिकारियों के साथ बैठक की.
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