व्यवसायी वर्ग में जीएसटी को लेकर जिस तरह से भ्रम की स्थिति है, उससे राहत प्रदान करने में यह कार्यशाला काफी हद तक सफल रही. गौरतलब है कि जीएसटी दोस्त महानगर के सर्विस टैक्स मामलों में सलाह प्रदान करने वाली पेशेवर संस्था है. यह पिछले 15 सालों से विभिन्न व्यावसायिक फर्मों को अपनी सेवा प्रदान कर रही है. जीएसटी लागू होने के बाद अब कंपनी ने वित्तीय सेवा के अंतर्गत जीएसटी को शामिल किया है. कंपनी के सलाहकार सुमित जायसवाल ने बताया कि इस कार्यक्रम में 1600 लोगों को आमंत्रित किया गया था, जो निशुल्क था.
इंडिया जाने जीएसटी श्रंखला के अंतर्गत कंपनी ने पहली बार बड़े पैमाने पर इतने बड़े कार्यक्रम का आयोजन किया. इससे पहले भी कंपनी ने बड़े-बड़े औद्योगिक संस्थानों में जाकर निजी स्तर पर उनके कर्मचारियों को इसके बारे में जानकारी दी है. कंपनी के अध्यक्ष विकास धनानिया ने कहा कि जीएसटी से मूल्य बढ़ोत्तरी की बात पूरी तरह से भ्रामक है.
बल्कि जीएसटी लागू होने से बाद व्यवसायियों को अपना टैक्स मूल्यांकन करना आसान होगा. पहले जहां अलग-अलग राज्यों में व्यवसाय के लिए कराधान के नियमों का पालन करना पड़ता था, वहीं अब जीएसटीएन के प्लेटफार्म पर निबंधन के बाद एक ही नंबर से पूरे देश में व्यवसाय करना संभव होगा. इस अवसर पर डीजे राकेश व प्रज्ञा ने मंच को मनोरंजन का पुट देकर संभाला. जबकि प्रियंका व साकेत की जोड़ी ने जीएसटी के पहले टैक्स व उसके बाद के टैक्स को बहुत ही आसान तरीके से लोगों काे समझाया कि किस तरह से नये कर प्रावधान से मूल्य में कमी आएगी.