यात्री रेल सफर में अपने को सुरक्षित महसूस करें. ऐसा करने से जहां यात्रियों का रेल पर विश्वास बढ़ेगा वहीं यात्रियों की संख्या में भी बढ़ोतरी के साथ राजस्व में भी इजाफा होगा. इसी कड़ी में पूर्व रेलवे जोन के ग्यारह हॉल्टों को स्टेशन का दर्जा प्रदान किया गया है. इसमें हावड़ा मंडल के पांच, आसनसोल मंडल के दो और मालदा मंडल के दो स्टेशन शामिल हैं. इसके साथ ही पूर्व रेलवे के 41 स्टेशनों को आधुनिक स्टील की कुर्सियां लगायी गयी हैं.
पूर्व रेलवे में भारत स्वच्छता मिशन और सौर ऊर्जा को लेकर भी काफी काम हुए हैं. स्टेशनों, प्लेटफॉर्मों, रेल कार्यालयों, रेल कॉलोनियों के साथ रनिंग स्टॉफ रूप में भी सौर एलइडी लाइट का इस्तेमाल हो रहा है. इसके अलावा बिना टिकट यात्रा करने वालों पर अंकुश लगाने तथा टिकट की बिक्री बढ़ाने के लिए हावड़ा रेल प्रशासन ने कमर कस ली है. इसके तहत हावड़ा स्टेशन में तीन दिवसीय विशेष टिकट चेकिंग अभियान शुरू किया गया है. बता दें कि वित्तीय वर्ष 2015-16 में हावड़ा रेल प्रशासन ने यात्रा टिकटों की बिक्री से 954 करोड़ रुपये की आय की थी,जबकि चालू वित्तीय वर्ष 2016-17 में यह आय बढ़कर एक हजार पांच करोड़ रुपये हो गयी है. रेल पटरी और पर्यावरण को स्वच्छ रखने के लिए वर्ष 2016-17 में लंबी दूरी की ट्रेनों में 3559 बॉयो टॉयलेट तथा 1283 बॉयो टैंक लगाये गये हैं.