इधर इन चार केंद्रीय यूनियनों के नेताओं ने इस बैठक का बहिष्कार करते हुए प्रबंधन को कटघरे में खड़ा कर दिया है. उनका कहना है कि पत्र में वेज सबकमेटी की बैठक बुलायी गयी है, जबकि सब क मेटी को बीते सात मई की जेबीसीसीआइ की बैठक में ही भंग कर दी गयी है.
बीएमएस के नेता डॉ बीके राय ने कहा कि प्रबंधन ने वेज सब कमेटी की बैठक बुलायी है. सब कमेटी सात मई को ही दिल्ली में हुयी बैठक में भंग कर दी गयी है. हड़ताल की नोटिस पांच यूनियनों ने संयुक्त रूप से दिया है. इस स्थिति में सिर्फ चार यूनियनों को ही क्यों बुलाया गया है? यूनियन प्रतिनिधि बैठक में शामिल नहीं होंगे. एचएमएस नेता नत्थूलाल पांडेय ने कहा कि कोल इंडिया प्रबंधन नाटक कर रहा है. हड़ताल की नोटिस पांच यूनियन संयुक्त रूप से देती हैं और बैठक में चार यूनियन प्रतिनिधियों को बुलाया जाता है. ये तो वेज सब कमेटी की बैठक बुलायी गयी है जो काफी समय पहले ही भंग कर दी गयी है. एटक नेता रमेन्द्र कुमार ने कहा कि वेज सब क मेटी भंग हो गयी है को फिर सब कमेटी की बैठक कैसे होगी? इसमें शामिल होने का सवाल ही नहीं उठता है.