28.8 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

राज्य में होगी उच्चस्तरीय आलू बीज की पैदावार

कोलकाता : अब राज्य के किसानों को उच्च स्तर के आलू बीज खरीदने के लिए दूसरे राज्यों का चक्कर नहीं काटना होगा. केंद्रीय आलू अनुसंधान संस्थान के सहयोग से राज्य कृषि विभाग भी उच्च स्तर के प्रमाणित आलू बीज का उत्पादन करने जा रहा है. इससे आलू के दाम घटेंगे एवं आलू के पौधों में […]

कोलकाता : अब राज्य के किसानों को उच्च स्तर के आलू बीज खरीदने के लिए दूसरे राज्यों का चक्कर नहीं काटना होगा. केंद्रीय आलू अनुसंधान संस्थान के सहयोग से राज्य कृषि विभाग भी उच्च स्तर के प्रमाणित आलू बीज का उत्पादन करने जा रहा है. इससे आलू के दाम घटेंगे एवं आलू के पौधों में होने वाले रोगों में भी कमी आयेगी. उच्च स्तर के आलू बीज को राष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त प्रयोगशालाआें से प्रमाणपत्र दिया जायेगा. इसके लिए केंद्रीय आलू अनुसंधान संस्थान के साथ हुए समझौते के बाद पूर्व मेदिनीपुर के आनंदपुर स्थित राज्य आलू अनुसंधान फार्म परिसर में एक प्रयोगशाला तैयार की जा रही है.
यहां अगले मौसम में ब्रीडर सीड तैयार किया जायेगा. राज्य के अन्य सरकारी स्वामित्व वाले आलू अनुसंधान फार्मों पर इस तरह की प्रयोगशालाएं धीरे-धीरे स्थापित की जायेंगी. राज्य सरकार ने प्रथम चरण में आलू की खेती की जरूरत का एक तिहाई सर्टिफाइड बीज तैयार करने की योजना बनायी है. आलू उत्पादन के क्षेत्र में पश्चिम बंगाल देश में दूसरे स्थान पर है. योजना के अनुसार अगले तीन वर्ष के अंदर किसानों के पास राज्य में उत्पादित सर्टिफाइड आलू बीज पहुंच जायेगा.
सीएम दक्षिण दिनाजपुर व मालदा दौरे पर रवाना
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के जिलों का सफर जारी है. इस बार मंजिल दक्षिण दिनाजपुर व मालदह जिले हैं. मंगलवार को मुख्यमंत्री ट्रेन के द्वारा दक्षिण दिनाजपुर व मालदह के दौरे पर रवाना हुईं. प्राप्त जानकारी के अनुसार बुधवार यानी तीन मई को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी दक्षिण दिनाजपुर जिले में प्रशासनिक बैठक करेंगी. इस बैठक के माध्यम से मुख्यमंत्री जिले में चल रही विभिन्न विकास परियोजनाआें व प्राशसनिक कार्यों की समीक्षा करेंगी. इसके साथ ही मुख्यमंत्री जिले में कुछ परियोजनाआें का उदघाटन व शिलान्यास भी करेंगी.
उनके द्वारा विभिन्न सरकारी परियोजनाआें का लाभ आम लोगों तक पहुंचाने का भी कार्यक्रम है. गुरुवार यानी चार मई को मुख्यमंत्री मालदह में प्रशासनिक बैठक करेंगी. राज्य के अन्य जिलों के मुकाबले मालदह में तृणमूल प्रशासनिक रूप से कमजोर है. इस जिले को कांग्रेस का गढ़ माना जाता है. इसी के मद्देनजर मुख्यमंत्री मालदह जिला के विकास के लिए कुछ घोषणाएं कर सकती हैं.पांच मई को मुख्यमंत्री महानगर लौट आयेंगीं.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें