जलपाईगुड़ी. नेताजी सुभाष चंद्र बोस की मृत्यु को लेकर भले ही चाहे रहस्य कायम हो,लेकिन जलपाईगुड़ी में उनकी पूजा देवता के रूप में की जाती है.जलपाईगुड़ी के पंचमुखी हनुमान मंदिर में बजरंग बली के साथ ही नेताजी की भी पूजा की गयी. ऐसे इस मंदिर में महात्मा गांधी तथा राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री विधान चंद्र राय की भी पूजा होती है.
नेताजी की पूजा भी हनुमान जी की पूजा के नियमों के अनुसार ही की गयी.इस मौके पर यहां भक्तों की भी काफी भीड़ थी.यह पंचमुखी हनुमान मंदिर शहर के मसकलाइबाड़ी इलाके में है.स्थानीय लोगों द्वारा दी गयी जानकारी के अनुसार करीब 78 साल पहले इस हनुमान मंदिर की स्थापना हुयी थी. यहां पांच सिर वाले हनुमान की मुर्ति है. हनुमान की मुर्ति के पास ही आजाद हिंद फौज के प्रर्वतक नेताजी की मुर्ति स्थापित की गयी है.
मंदिर के और अंदर गांधी जी की भी प्रतिमा है.मंदिर के बाहर विधान चंद्र राय की प्रतिमा स्थापित की गयी है.इस मंदिर के प्रधान पूजारी रीषिकेश के रहने वाले हैं. उन्होंने कहा कि नेताजी,गांधी जी,विधान चंद्र राय सभी महा पुरूष हैं.इनलोगों ने देश तथा राज्य के लिए जनहित का काम किया है.देश की जनता कभी भी इनके योगदान को नहीं भूल सकती.इनलोगों का स्थान भी देवताओं से कम नहीं है. इसी वजह से इन महा पुरूषों की प्रतिमा भी यहां लगायी गयी है.इनकी प्रतिमाओं की स्थापना मंदिर के प्रतिष्ठाता महाराज करपात्री ने ही की है.तब से ही हनुमान जी के साथ इनकी भी पूजा हो रही है.यहां जो भी भक्त पूजा के लिए आते हैं वह हनुमान जी के साथ ही नेताजी,गांधी जी और विधान राय की पूजा करते हैं.