छात्र हमेशा ध्यान रखें कि मेधा का कोई मूल्य नहीं होती है. मेधा हर जगह आगे रहती है. छात्रों को अपने अंदर ऐसी काबीलियत रखनी चाहिए, जिससे वे अनुशासन के साथ हर चुनौती का सामना कर सकें. हर स्तर पर ऐसी ही शिक्षा देने के लिए राज्य सरकार हर तरह से कोशिश कर रही है.
कलकत्ता विश्वविद्यालय के सेनटेनरी हॉल में आयोजित कार्यक्रम के बाद एक सवाल के जवाब में मंत्री ने कहा कि कलकत्ता विश्वविद्यालय की बहुत सारी सम्पत्ति इधर-उधर की जा रही है. शिक्षा के संस्थान में अर्थ के नाम पर अनर्थ बर्दाश्त नहीं किया जायेगा. सरकार अगर इस पर आपत्ति करती है तो आरोप लगते हैं कि कामकाज में हस्तक्षेप किया जा रहा है.
यह हस्तक्षेप नहीं है लेकिन हर चीज अनुशासन में अच्छी लगती है. स्वाधिकार के नाम से कोई भी आर्थिक अनियमितता या दुर्नीति शिक्षा संस्थानों में सहन नहीं की जायेगी. इस कार्यक्रम में कलकत्ता विश्वविद्यालय के वाइस चांसलर प्रो. आशुतोष घोष , प्रो वाइस चांसलर (एकेडमिक) सौगत सेन, रजिस्ट्रार सोमा बंद्योपाध्याय सहित कई प्रोफेसर व छात्र मौजूद रहे. मेधावी छात्रों को मेडल के साथ प्रमाणपत्र भी दिये गये.