आम सभा में प्रस्तावित सम्मेलन का तिथि निर्धारण व भावी आंदोलन की रूपरेखा तैयार किये जाने की संभावना है. यह जानकारी नेशनल फेडरेशन ऑफ इंडियन रोड ट्रांसपोर्ट वर्कर्स के राष्ट्रीय सचिव व वेस्ट बंगाल टैक्सी ऑपरेटर्स को-ऑर्डिनेशन कमेटी के संयोजक नवल किशोर श्रीवास्तव ने दी है. उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्र व राज्य सरकार टैक्सी चालकों समेत तमाम परिवहन श्रमिकों के हितों की अनदेखी कर रही हैं. पर्याप्त व्यवस्था के बगैर नोटबंदी के फैसले से टैक्सी चालकों समेत तमाम परिवहन श्रमिकों को व्यापक नुकसान झेलना पड़ रहा है.
पश्चिम बंगाल की बात करें, तो किराया बढ़ोतरी नहीं होने से बस-टैक्सी के मालिक, चालक और परिवहन श्रमिक प्रभावित हैं. परिवहन श्रमिकों के साथ ऐसा सौतेला व्यवहार क्यों किया जा रहा है? अपनी समस्याओं के समाधान व मांगों को पूरा करवाने के लिए परिवहन श्रमिकों के समक्ष आंदोलन के सिवाय दूसरा कोई उपाय नहीं है. प्रस्तावित आम सभा में राज्य में टैक्सी चालकों के लंबित मामले, टैक्सी चालकों पर पुलिस जुल्म, परिवहन श्रमिकों के प्रति राज्य सरकार के उदासीन रवैये, टैक्सी किराया बढ़ाये जाने को लेकर एटक समर्थित परिवहन संगठन व्यापक आंदोलन की घोषणा कर सकते हैं.