कोलकाता: राज्य में विपक्ष के नेता सूर्यकांत मिश्र ने आंगनबाड़ी को बंद करने के किसी भी कदम का प्रबल विरोध करने की चेतावनी दी है. गौरतलब है कि आइसीडीएस सेंटर को लोग आंगनबाड़ी केंद्र के नाम से जानते हैं. सोमवार को पश्चिम बंग आइसीडीएस कर्मी समिति द्वारा आयोजित सभा को संबोधित करते हुए श्री मिश्र ने कहा कि आंगनबाड़ी केंद्र की स्थापना 1975 में की गयी थी, तब से लेकर आंगनबाड़ी केंद्र हमारे समाज का एक हिस्सा है.
आंगनबाड़ी केंद्र ने केवल गर्भवती महिलाओं की मदद करता है, बल्कि छह वर्ष तक की उम्र के बच्चों के शिक्षा एवं पोषणयुक्त भोजन की भी व्यवस्था करता है. हालांकि बदले में आंगनबाड़ी केंद्रों में काम करने वाली महिलाओं को उतना पारिश्रमिक नहीं मिलता है, जितना की वह हकदार हैं.
श्री मिश्र ने कहा कि अब आंगनबाड़ी केंद्रों के काम को कुछ नामचीन स्वयंसेवी संस्थाओं के हाथ में सौंपने की साजिश की जा रही है, जिसे हम लोग किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं करेंगे. आंगनबाड़ी केंद्रों में काम करने वाली महिलाओं की लड़ाई हम लोग सड़क से ले कर विधानसभा तक लड़ेंगे. उन्होंने कहा कि उदारीकरण के नाम पर लाखों गरीब महिलाओं को बेरोजगार बनाने की कोशिश की जा रही है. सरकार को न्यूनतम वेतन दस और आठ हजार रुपया करने सहित अन्य मांगें माननी होगी.