कोलकाता : पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने अपना जीवन देकर मानवाधिकार की रक्षा की थी. विश्व मानवाधिकार दिवस पर पश्चिम बंगाल प्रदेश कांग्रेस मानवाधिकार सेल की ओर से आयोजित एक कार्यक्रम में राज्य के मानवाधिकार आयोग के पूर्व चेयरमैन सह सुप्रीम कोर्ट के पूर्व न्यायाधीश अशोक गांगुली ने ये बाते कही. इंदिरा गांधी द्वारा लगाये गये आपातकाल पर उन्होंने कहा कि उस वक्त कानून का इस्तेमाल कर रवींद्रनाथ के 16 गानों का प्रचार सरकार ने बंद कर दिया था.
लेकिन इंदिरा गांधी ने अपनी गलती समझी और इसे सुधारा. इंदिरा गांधी को एक बॉडीगार्ड को हटाने के लिए कहा गया था. लेकिन उन्होंने कहा था कि संदेहजनक होने पर भी वह बॉडीगार्ड भारतवासी है. वह भारत की प्रधानमंत्री हैं. इसलिए वह उस पर अविश्वास नहीं कर सकती. बाद में उसी बॉडीगार्ड के हाथों उनकी जान गयी. लिहाजा अपना जीवन देकर उन्होंने मानवाधिकार की रक्षा की थी. इंदिरा गांधी का उदाहरण सामने रखकर आगामी पीढ़ी को मानवाधिकार की रक्षा का परामर्श श्री गांगुली ने दिया. उन्होंने यह भी कहा कि देश में मानवाधिकार की रक्षा के मामले में कांग्रेस का विशेष योगदान है.