पोर्ट ब्लेयर. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा महिलाओं को लकड़ी के धुएं से निज़ात दिलाने के लिए बीपीएल के अंतर्गत जो योजना चलायी गयी थी, उसी कड़ी के अंतर्गत इस अंडमान तथा निकोबार द्वीप समूह में भी भारतीय तेल निगम द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम के अंतर्गत द्वीपों के उपराज्यपाल ने 15 बीपीएल स्तर की महिलाओं को गैस कनेक्शन देकर इसकी शुरुआत की. उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि पूरे देश में आठ हजार करोड़ से अधिक बजट के तहत 500 करोड़ बीपीएल श्रेणी के रसोई गैस देने की मुहिम चलायी गयी है. वास्तव में यह महिला सशक्तिकरण का एक हिस्सा है. हमारे इस द्वीपसमूह में 15 हजार के आसपास बीपीएल श्रेणी के अंतर्गत महिलाएं आती हैं, मैं चाहता हूं कि 2018 तक इस मिशन को इस द्वीपसमूह में पूरा कर लिया जाय. वैसे तो इस द्वीपसमूह में 98200 परिवार हैं, जिसमें 77363 परिवारों को एलपीजी की सुविधा प्राप्त है.
उन्होंने आगे कहा कि केवल गैस कनेक्शन देने से ही भारतीय तेल निगम की जिम्मेवारी पूरी नहीं हो जाती, इसलिए गरीब तबके के परिवार को इस बात का प्रशिक्षण दिया जाना चाहिए कि सुरक्षा के दृष्टिकोण से गैस का उपयोग कैसे करें और जब एक गैस सिलिंडर समाप्त होता है, तो सामाजिक एवं राजीनिक कार्यकर्ताओं का दायित्व बनता है कि वे जायें और पता लगायें तथा दूसरे गैस सिलिंडर के लिए उन्हें सहयोग करें. इससे पूर्व अपने स्वागत भाषण में भारतीय तेल निगम के महाप्रबंधक रंजन महापात्रा ने इस मुहिम के संबंध में विस्तार पूर्वक जानकारी दी. इस मौके पर प्रशासन के आलाधिकारियों के साथ-साथ कई गणमान्य लोग भी उपस्थित थे.