कोलकाता. इस वर्ष महानगर में कोई भी विदेशी पटाखा नहीं बेचा जायेगा. कई विदेशी पटाखों के पैकट पर 90 डेसीमल से कम आवाज होने की बात लिखी होती है, लेकिन पटाखा फोड़ने पर आवाज काफी ज्यादा होती है. इसके अलावा बिना आवाजवाले पटाखों के धुएं से भी शरीर को काफी नुकसान पहुंचता है. राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के पास इस तरह की काफी शिकायतें आयी हैं. इसके कारण विदेशी पटाखों की बिक्री पर रोक लगाने का निर्णय लिया गया है.
मंगलवार को दक्षिण कोलकाता के तारातल्ला में राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड, दमकल विभाग, पुलिस व अन्य एजेंसियों के अधिकारियों की मौजूदगी में विभिन्न पटाखों की जांच प्राथमिक तौर पर की गयी. इसमें देश के विभिन्न राज्यों में बने 90 डेसीमल से कम आवाज वाले 200 पटाखों को पास किया गया, जबकि 89 पटाखों को जांच में फेल किया गया है.
कोलकाता पुलिस के संयुक्त पुलिस आयुक्त (मुख्यालय) व अतिरिक्त पुलिस आयुक्त (3) सुप्रतीम सरकार का कहना है कि कालीपूजा के पहले कोलकाता पुलिस के आसपास स्थित बैरकपुर कमिश्नरेट, विधाननगर कमिश्नरेट, हावड़ा कमिश्नरेट, हावड़ा रूरल, उत्तर व दक्षिण 24 परगना के पुलिस अधिकारियों संग बैठक की गयी. इस बैठक में राज्य में मौजूद पटाखा कारखानों पर निगरानी रखने को कहा गया है. इसके अलावा प्रतिबंधित पटाखे कोलकाता की सरहद में ना आ सकें, इसे लेकर भी सतर्क रहने को कहा गया है. कोलकाता पुलिस अब तक महानगर के विभिन्न इलाकों में छापामारी कर कुल 450 किलो प्रतिबंधित पटाखा जब्त कर चुकी है. इसके अलावा लालबाजार की तरफ से महानगर के सभी थाना के प्रभारियों को अपने इलाके में बहुमंजिली इमारतों में रहनेवाले लोगों के साथ बैठक करने को कहा गया है. महानगर की पांच जगहों में 24 अक्तूबर से बाजीबाजार शुरू होगा. इसकी तैयारियां जोरों पर है.