इसके बाद कई ऐसे निवेशक सामने आये हैं, जिन्होंने कहा कि उनके निवेश की मैच्यूरिटी पूरी होने के बाद भी पैस वापस नहीं मिल रहा है. कंपनी की योजना में निवेश करने वाले ज्यादातर लोग सेवानिवृत कर्मचारी हैं. कोलकाता के निवासी व कोल इंडिया के सेवानिवृत कर्मचारी सुकांत बनर्जी ने बताया कि उनकी जान-पहचान के 150 से अधिक लोगों ने इस कंपनी में करोड़ों का निवेश किया था. उन्होंने भी 60 हजार रुपये निवेश किया. लेकिन मैच्यूरिटी के बाद भी कंपनी पैसा लौटाने में टाल-मटोल कर रही थी. आखिरकार अब उन्हें कंपनी के फरार होने की सूचना मिली है.
कोलकाता के ही दीनबंधु मित्रा ने बताया कि उन्होंने एक लाख रुपये निवेश किया था. फरवरी महीने में ही मैच्यूरिटी पूरी हो गयी थी. लेकिन आज तक एजेंट ने उन्हें इसी आश्वासन में रखा कि उनका पैसा जल्द ही वापस मिल जायेगा. अब उन्हें अखबार के माध्यम से इस कंपनी के फरार होने की सूचना मिली है. प्रभात खबर दफ्तर में भी सोमवार को कई भुक्तभोगी निवेशकों के फोन आये. निवेशक अपनी रकम वापस पाने को लेकर ऊहापोह की स्थिति में हैं. वहीं पुलिस की ओर से कंपनी के खिलाफ क्या कार्रवाई की जा रही है, यह अभी तय नहीं हो पाया है.