बैठक में कॉलेज को दुर्गा पूजा से पहले खोला जाये या बाद में, इस पर फैसला लिया जायेगा. इस विषय में कॉलेज की शिक्षक प्रभारी अर्पिता मुखर्जी ने बताया कि पूजा के लिए 5 अक्टूबर से कॉलेज बंद होने वाला था, लेकिन छात्रों के हंगामे के बाद कॉलेज को बंद करने की नोटिस लगानी पड़ी.
तभी छात्र यूनियन सदस्य बताकर 15-20 छात्रों ने उनके चेंबर के बाहर हंगामा कर दिया. पूर्व प्रिंसिपल व रेक्टर डॉ जॉन अब्राहम के प्रति आक्रोश व्यक्त करते हुए वे रेक्टर गो बैक के नारे लगा रहे थे. शरारती छात्रों ने रात 9.30 बजे तक सबको रोके रखा था. बताया जाता है कि प्रिंसिपल डॉ अमित अब्राहम के त्यागपत्र देने के बाद ही यह उत्पन्न हुई है. वे काफी दबाव में थे व काफी भारी मन से उन्हें इस्तीफा देना पड़ा. हालांकि शिक्षा मंत्री ने कॉलेज को खोलने की अपील की थी, फिलहाल प्रशासन ने कक्षाएं स्थगित कर दी हैं. काफी हंगामे के बाद गवर्निंग बोर्ड के अध्यक्ष व बिशप अशोक विश्वास ने भी बाद में कॉलेज बंद रखने की सहमति दी.