टाटा कंपनी के लिए गोआलतोड़ में है 1000 एकड़ जमीन
सिंगूर से अमर शक्ति
हुगली : पश्चिम बंगाल की तृणमूल कांग्रेस सरकार कृषि व उद्योग दोनों को ही समान रूप से विकसित करना चाहती है. किसानों का दमन कर कभी भी उद्योग का विकास संभव नहीं है. सिंगूर के किसानों से तृणमूल कांग्रेस ने वादा किया था और आज हमने वह वादा पूरा कर दिया. ये बातें ममता बनर्जी ने बुधवार को सिंगूर में किसानों को संबोधित करते हुए कही. इस दौरान सिंगूर के 9117 किसानों को उनकी जमीन का मालिकाना हक और 806 किसानों को उनकी जमीन की मुआवजा राशि प्रदान की गयी. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सिंगूर में टाटा के प्रस्तावित नैनो कारखाने के सामने आयोजित सभा में किसानों को जमीन का परचा और चेक प्रदान किया. इस मौके पर मुख्यमंत्री ने कहा कि वह कृषि के साथ ही यहां उद्योग का विकास करना चाहती हैं.
राज्य की पूर्व वाममोरचा सरकार की नीति सही नहीं थी, हमारी सरकार ने लैंड बैंक बनाया है और गोआलतोड़ में राज्य सरकार के पास 1000 एकड़ जमीन है, टाटा कंपनी अगर चाहे तो वहां अपना कारखाना लगा सकती है. उन्होंने टाटा, बीएमडब्ल्यू सहित अन्य आॅटो मोबाइल कंपनियों को भी यहां कारखाना लगाने के लिए आमंत्रित किया. साथ ही उन्होंने सिंगूर के किसानों को और 10000 रुपये का अनुदान देने की घोषणा की. यह राशि किसानों को जमीन पर खेती करने के लिए दी जाएगी. इसके अलावा सिंगूर में किसानों को खेती करने के लिए उपकरण किराए में दिये जायेंगे.
वेस्ट बंगाल एग्रो डेवलपमेंट विभाग द्वारा यहां हाइरिंग सेंटर बनाया जाएगा, जहां से किसानों को उपकरण किराए पर दिये जाएंगे. साथ ही उपकरण खरीदने के लिए उन्हें 24 लाख रुपये तक का लोन प्रदान करने की व्यवस्था की जाएगी. सिंगूर के आंदोलन को ऐतिहासिक करार देते हुए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि सिंगूर आंदोलन को यादगार बनाए रखने के लिए यहां एक शहीद स्मारक बनाया जाएगा, जहां लोग शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित कर सकेंगे.