अशोक मुख्यमंत्री के विधानसभा क्षेत्र भवानीपुर का रहनेवाला था. उसे बुखार की शिकायत पर देर रात अस्पताल लाया गया था. मरीज के परिजनों का आरोप है कि इलाज में हुए विलंब के कारण उसकी मौत हुई. उधर, अस्पातल में कार्यरत जूनियर डॉक्टर इस बात को मानने को तैयार नहीं हैं. मरीज की मौत के बाद देर रात जूनियर डॉक्टरों व परिजनों के बीच जमकर हंगामा हुआ. इस घटना में जूनियर डॉक्टर अभिषेक सरकार, कौस्तभ माइती व रोहित राय घायल हुए हैं. घटना की सूचना पाकर देर रात डीसी साउथ व भवानीपुर थाने की पुलिस मौके पर पहुंच कर हालात को काबू में किया. इस घटना को लेकर देर रात को ही जूनियर डॉक्टरों ने कुछ देर के लिए काम बंद कर धरना भी दिया.
इस घटना के बाद मंगलवार दोपहर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने अचानक अस्पताल का दौरा किया. मुख्यमंत्री के इस दौरे के बाद जूनियर डॉक्टर दोपहर 1 बजे से धरने पर बैठ गये. उन्होंने ऑल इंडिया डॉक्टर यूनिटी के बैनर तले धरना दिया. इस दौरान डॉक्टरों ने पीजी के निदेशक प्रो डॉ मंजू बनर्जी, अस्पताल अधीक्षक व स्वास्थ्य शिक्षा निदेशक सुशांत बंद्योपाध्याय का घेराव किया. उधर, मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के निर्देश पर स्वास्थ्य सचिव आरएस शुक्ला व मंत्री अरूप विश्वास अस्पताल पहुंचे.
जूनियर डॉक्टरों की मांगों पर विचार किये जाने का आश्वासन मिलने के बाद जूनियर डॉक्टरों ने धरना वापस ले लिया. संगठन के संयोजक डॉ सुमन घोष ने बताया कि 10 सूत्री मांगों के समर्थन में उन्होंने धरना दिया गया. उन्होंने बताया कि उक्त मांगों में अस्पताल में चिकित्सक व नर्सों को सुरक्षा मुहैया करवाने, अस्पताल के आधारभूत ढांचे में सुधार, दलाल राज का खात्मा व उक्त घटना से जुड़े आरोपियों के गिरफ्तारी सह अन्य छह मांगों को अस्पताल प्रबंधन के समक्ष रखा गया है.