कोलकाता. इंडियन नेशनल ट्रेड यूनियन कांग्रेस द्वारा गुरुवार को कोलकाता प्रेस क्लब में आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन में इंटक अध्यक्ष डॉ जी संजीव रेड्डी ने कहा कि हर व्यक्ति राजनीतिक प्रतिबद्धता से ऊपर उठकर दो सितंबर की हड़ताल को सफल बनाये. एफडीआइ लागूकर मोदी सरकार देश को विदेशी पूंजीपतियों के हाथों बेचना चाहती है. यह सरकार श्रमिक और श्रमिक संगठन विरोधी है.
यह सरकार कहती है कि सबका साथ सबका विकास से ही भारत का निर्माण होगा. लेकिन प्रश्न यह है कि जब आप श्रमिक और उनके अधिकारों के बगैर कैसे भारत का निर्माण करेंगे. कांग्रेस सरकार के दौरान भी सार्वजनिक उपक्रमों के विनिवेश के लिए कार्य योजना लाई गई थी लेकिन इंटक सहित सारे यूनियनों के विरोध के चलते उस कार्य योजना को लागू नहीं किया जा सका.
वर्तमान सरकार भी इसी प्रकार से विनिवेश के रास्ते पर चल रही है. यह देश में निजीकरण को बढ़ावा दिया जा रहा है लेकिन मोदी सरकार के इस प्रयास को प्रयासों को सफल नहीं होने दूंगा. देश में मिनीमम वेज 18 हजार रुपये लागू करना होगा,संगठित के साथ असंगठित मजदूरों को समाजिक सुरक्षा की गारंटी सरकार को देनी होगी.
जूट मिलों का अधिग्रहण करे केंद्र
कोलकाता. इंडियन नेशनल ट्रेड यूनियन कांग्रेस (इंटक) के अध्यक्ष डॉ जी संजीव रेड्डी ने खस्ता हाल जूट उद्योग के लिए जूट-मिल मालिकों को दोषी ठहराते हुए कहा कि आज जहां हर क्षेत्र में आधुनिकता का बोलबाला है वहीं बंगाल का जूट उद्योग पुराने ढर्रे पर चल रहा है. मेरा मानना है कि उद्योगपतियों को जूट उद्योग में ज्यादा से ज्यादा निवेश करने और आधुनिक तकनीक का इस्तेमाल करने की आश्यकता है. यह दुर्भाग्य है कि पश्चिम बंगाल के जूट कारोबारी इसमें निवेश तो नहीं करते जबकि ज्यादा से ज्यादा लाभ कमाना चाहते हैं. ऐसा करना इस उद्योग को तबाह के कगार पर ले जाना है. मेरा मानना है कि अब वह दिन आ गया है जब केंद्र सरकार जूट मिलों का अधिग्रहण करे. राज्य के साथ मिलकर केंद्र सरकार एक ज्वाइंट एक्शन तैयार करे. कोलकाता प्रेस क्लब में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में एक सवाल का जवाब देते हुए इंडियन नेशनल ट्रेड यूनियन कांग्रेस (इंटक)के अध्यक्ष डॉ जी संजीव रेड्डी ने कहा कि 2 सितंबर को देशव्यापी हड़ताल से पहले सरकार को चेताने के लिए 9 अगस्त को देशभर में सत्याग्रह का आयोजन होगा.