यह जानकारी राज्य में वाममोरचा के चेयरमैन विमान बसु ने बुधवार को दी. उन्होंने कहा कि हड़ताल कथित तौर पर केंद्रीय सरकार की जन विरोधी नीतियों व श्रमिक विरोधी कानून के विरोध में है. आम लोगों के हितों की रक्षा के लिए ही हड़ताल को सफल बनाया जाना जरूरी है. श्री बसु ने कहा कि हड़ताल को सफल बनाने के लिए 4-10 अगस्त यानी सात दिनों तक प्रचार अभियान चलाया जायेगा.
अभियान के तहत प्रत्येक जिलों में पथ सभा व रैली आयोजित की जायेगी. ग्रामीण इलाकों में लगनेवाले हाट व बाजारों में प्रस्तावित हड़ताल के समर्थन में प्रचार किया जायेगा. ग्राम के लोगों को केंद्रीय सरकार की कथित जन विरोधी नीतियों के बारे में बताया जायेगा. हड़ताल की सफलता के लिए वाममोरचा केवल प्रचार अभियान ही नहीं चलायेगा बल्कि जन विरोधी व श्रमिक विरोधी नीतियों के खिलाफ 23 अगस्त को महानगर समेत राज्य के प्रमुख स्थानों में धरना-प्रदर्शन व विरोध सभा आयोजित की जायेगी. धरना-प्रदर्शन अपराह्न 12 बजे से शुरू होगा जो शाम करीब 6.30 से सात बजे तक चलेगा.
बसु ने आरोप लगाया है कि पूरे देश में आम लोगों, किसानों और श्रमिकों के हितों की अनदेखी की जा रही है. पेट्रोल व डीजल की कीमत में बढ़ोतरी से महंगाई बढ़ रही है लेकिन सरकार कोई ठोस कदम नहीं उठा रही है. वाममोरचा की ओर से अपील की गयी है कि दो सितंबर को प्रस्तावित हड़ताल के मद्देनजर लोग दूर-दराज की यात्रा से बचें.
इसकी वजह है कि सियालदह व हावड़ा स्टेशन आने के बाद हड़ताल के कारण उन्हें यातायात के साधन नहीं मिलने से कई परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है. हड़ताल का आह्वान आम लोगों और श्रमिकों के हित के लिए किया गया है. अत: सभी से इसका समर्थन करने की अपील की गयी है. साथ ही तमाम वामपंथी कृषक, श्रमिक, छात्र, युवा व महिला संगठनों को भी हड़ताल के समर्थन में प्रचार व अभियान चलाने का आह्वान किया गया है.