श्री मन्नान ने कहा कि अधीर रंजन चौधरी के संबंध में बयान देने पर उन लोगों ने कुछ देर के लिए वाकआउट किया था. संसदीय राजनीति में वाकआउट करने और फिर से सदन में लौटने की परंपरा रही है. चूकि कांग्रेस के कई नये विधायकों के बहस में भाग लेना था. इस कारण उन लोगों को अवसर देने के लिए वे फिर से सदन में लौट गये.
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विधानसभा. तृणमूल विधायक तापस राय के बयान पर मचा बवाल , कांग्रेस-वामो का वाॅकआउट
कोलकाता: तृृणमूल कांग्रेस के वरिष्ठ विधायक तापस राय के अभिभाषण पर बहस के दौरान विरोधी दल के नेताओं पर कटाक्ष करने से कांग्रेस व वाम मोरचा के विधायक खफा हो गये और उनके विधायकों ने संयुक्त रूप से विधानसभा की कार्यवाही का बहिष्कार किया. हालांकि वाम मोरचा के विधायक भोजनावकाश के बाद के पूरे सत्र […]
कोलकाता: तृृणमूल कांग्रेस के वरिष्ठ विधायक तापस राय के अभिभाषण पर बहस के दौरान विरोधी दल के नेताओं पर कटाक्ष करने से कांग्रेस व वाम मोरचा के विधायक खफा हो गये और उनके विधायकों ने संयुक्त रूप से विधानसभा की कार्यवाही का बहिष्कार किया. हालांकि वाम मोरचा के विधायक भोजनावकाश के बाद के पूरे सत्र का बहिष्कार किया, जबकि विपक्ष के नेता अब्दुल मन्नान की अनुपस्थिति में वाकआउट किये कांग्रेस के विधायक फिर से सदन में लौटे और सदन की कार्यवाही में हिस्सा लिया.
भोजनावकाश के बाद राज्यपाल के अभिभाषण पर बहस में भाग लेते हुए श्री राय ने वाममोरचा व कांग्रेस की अालोचना की. उन्होंने कहा कि आदर्श को तिलांजलि देकर कांग्रेस व वामो ने गंठबंधन किया, लेकिन जनता ने इसे नकार दिया. केवल विधायक बनने के लिए ही वामो ने गंठबंधन किया. श्री राय ने पूर्व मुख्यमंत्री बुद्धदेव भट्टाचार्य और प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी की भी आलोचना की. इससे क्षुब्ध कांग्रेस व वामो के विधायक वाकआउट कर गये. वाम मोरचा विधायक दल के नेता सुजन चक्रवर्ती ने कहा कि श्री राय अश्लील व असभ्य बयानबाजी कर रहे हैं. उनके बयान से सत्ता का अभिमान झलक रहा है. उनलोगों ने चेयरमैन पारस दत्ता से प्वाइंट ऑफ आर्डर मांगा, लेकिन नहीं मिला. कई बार आपत्ति की, लेकिन सत्तारूढ़ दल को उनके रोकने की जगह उनका समय और भी बढ़ा दिया गया. विधानसभा में नैतिकता को दरजीह दी जाती है, विधानसभा में ही जब विधायकों को धमकी दी जा रही है, तो बाहर क्या होगा.
आरएसपी के विधायक विश्वनाथ चौधरी ने कहा कि केंद्र में धार्मिक असहिष्णुता है, तो राज्य में राजनीतिक असहिष्णुता है. विरोधी दलों के विचारों को तृणमूल बर्दाश्त नहीं कर पा रही है. ऐसी स्थिति में विधानसभा में रहना संभव नहीं था. इसी कारण ही वाकआउट किया. दूसरी ओर, उस समय सदन में अनुपस्थित विपक्ष के नेता अब्दुल मन्नान लौटे, तो उन्होंने कांग्रेस विधायकों से वाकआउट का कारण पूछा. पूरी जानकारी लेने के बाद कांग्रेस के विधायक फिर से सदन में लौट गये.
अशोक घोष के नाम पर सड़क के नामकरण की मांग
चाकुलिया से फॉरवर्ड ब्लॉक के विधायक अली इमरान रम्ज ने फॉरवर्ड ब्लॉक के पूर्व सचिव दिवंगत अशोक घोष के नाम पर सिलीगुड़ी व कोलकाता में सड़क के नामकरण की मांग की .
सेवानिवृत्त शिक्षक गेस्ट शिक्षक रूप में लेंगे क्लास : पार्थ
कोलकाता. राज्य के शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी ने कहा है कि सेवानिवृत्त शिक्षक स्कूल में गेस्ट शिक्षक के रूप में क्लास लेंगे. श्री चटर्जी ने विधानसभा में प्रश्नोत्तर काल में कांग्रेस विधायक नेपाल महतो के सवाल के जवाब में ये बातें कहीं. उन्होंने कहा कि शिक्षकों की नियुक्ति को लेकर कई समस्याएं आ रही हैं. एनसीइटी द्वारा दी गयी समय सीमा भी समाप्त हो गयी है. जब-तक इन समस्याओं का समाधान नहीं हो जाता है, तब तक सेवानिवृत्त शिक्षकों से स्कूल में गेस्ट शिक्षक के रूप में कार्य कराने का निर्णय लिया गया है. उन्होंने कहा कि टेट में भ्रष्टाचार किसी भी कीमत पर बरदाश्त नहीं की जायेगी. भ्रष्टाचार में कोई भी नेता या अधिकारी लिप्त पाया जाता है, तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जायेगी. टेट के माध्यम से शिक्षकों की नियुक्ति में पूरी पारदर्शिता रखी जायेगी.
मंत्री ने क्लबों को अनुदान में पक्षपात का आरोप किया खारिज
कोलकाता. खेल मंत्री अरूप विश्वास ने राज्य सरकार की ओर से क्लबों को दिये गये अनुदान में पक्षपात करने के आरोप को खारिज कर दिया है. श्री विश्वास ने कहा कि खेल विभाग की ओर से उन क्लबों को अनुदान दिया जाता है, जो पंजीकृत हैं, ऑडिट रिपोर्ट है और सांसद, विधायक व जिलाधिकारी ने सिफारिश की है. पहले चरण में दो लाख रुपये और उसके बाद वर्ष में एक लाख रुपये दिया जाता है. उन्होंने कहा कि यदि विरोधी विधायक के क्षेत्र से भी इस तरह की सिफारिश आती है, तो उस पर भी विचार किया जाता है.
महंगाई पर गैर सरकारी प्रस्ताव की मांग खारिज
कोलकाता. महंगाई पर राज्य सरकार ने गैर सरकारी प्रस्ताव की मांग को खारिज कर दिया. बुधवार को विधानसभा की बिजनेस एडवाइजरी कमेटी (बीए) की बैठक में विपक्ष के नेता अब्दुल मन्नान ने महंगाई पर प्रस्ताव लाने को लेकर चर्चा की. लेकिन राज्य सरकार की ओर से इसे खारिज कर दिया गया. 29 को बीए कमेटी की फिर बैठक होगी. उस बैठक में कांग्रेस फिर से प्रस्ताव लाने की बात कहेगी. दूसरी ओर, आरएसपी के वरिष्ठ विधायक व पूर्व मंत्री विश्वनाथ चौधरी ने मूल्यवृद्धि पर स्थगन प्रस्ताव पेश किया. विधानसभा अध्यक्ष विमान बनर्जी ने प्रस्ताव को पढ़ने की अनुमति दी, लेकिन उस पर बहस कराने से इनकार कर दिया. बाद श्री चौधरी ने कहा कि महंगाई से राज्य के लोग परेशान हैं, लेकिन राज्य सरकार विधानसभा में चर्चा के लिए तैयार नहीं है. कांग्रेस के वरिष्ठ विधायक डॉ मानस रंजन भुईंया, ने राज्य मेें बढ़ रही हिंसा पर स्थगन प्रस्ताव पेश किया. अध्यक्ष ने पढ़ने की अनुमति दी, लेकिन बहस कराने से इनकार कर दिया.
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