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जेयू अशांति का केंद्र बन गया है : राज्यपाल
विवाद. अधिकारियों को सख्त कदम उठाने का निर्देश जादवपुर विश्वविद्यालय का कैंपस फिर विवादों में आ गया है. शुक्रवार रात को फिल्म ‘बुद्ध़ा इन ए ट्रैफिक जाम’ की स्क्रीनिंग को लेकर िवश्वविद्यालय परिसर में छात्रों के दो गुटों में संघर्ष हो गया था. इस घटना से नाराज राज्यपाल और िवश्वविद्यालय के कुलाधिपति केशरीनाथ त्रिपाठी ने […]
विवाद. अधिकारियों को सख्त कदम उठाने का निर्देश
जादवपुर विश्वविद्यालय का कैंपस फिर विवादों में आ गया है. शुक्रवार रात को फिल्म ‘बुद्ध़ा इन ए ट्रैफिक जाम’ की स्क्रीनिंग को लेकर िवश्वविद्यालय परिसर में छात्रों के दो गुटों में संघर्ष हो गया था. इस घटना से नाराज राज्यपाल और िवश्वविद्यालय के कुलाधिपति केशरीनाथ त्रिपाठी ने शनिवार को कहा कि जेयू हाल के दिनों में अशांति का केंद्र बन गया है. इस संबंध में अधिकारियों को कदम उठाना चाहिए.
कोलकाता : राज्यपाल केशरीनाथ त्रिपाठी ने शनिवार को कहा कि जादवपुर विश्वविद्यालय तेजी से ‘अशांति के एक केंद्र’ के रूप में तब्दील हो रहा है. यह पहले उत्कृष्टता के लिए प्रख्यात था, लेकिन अब यह अशांति का केंद्र बन गया है. उन्होंने अधिकारियों को मामले में कड़ी कार्रवाई करने का परामर्श दिया. राज्यपाल विश्वविद्यालय के कुलाधिपति भी हैं. राज्यपाल ने विश्वविद्यालय के कुलपति सुरंजन दास से रिपोर्ट मांगी है. गौरतलब है कि विवेक अग्निहोत्री के निर्देशन में बनी राजनीतिक पृष्ठभूमि की फिल्म ‘बुद्ध़ा इन ए ट्रैफिक जाम’ की स्क्रीनिंग को लेकर शुक्रवार देर शाम विश्वविद्यालय परिसर में छात्रों के प्रतिद्वंद्वी समूहों के बीच संघर्ष हो गया था.
संघर्ष के कारण अव्यवस्था फैल गयी थी, जबकि कुछ लड़कियों के साथ कथित तौर पर छेड़छाड़ की घटना हुई. अभिनेत्री से भाजपा नेता बनी रूपा गांगुली को परिसर में प्रवेश करने की अनुमति नहीं दी गयी. अधिकारियों ने बताया कि शुक्रवार देर शाम फिल्म की स्क्रीनिंग के बाद हंगामा शुरू हुआ और अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के छात्रों का वाम समर्थक छात्र संगठनों के सदस्यों के साथ संघर्ष हो गया, जिसमें कुछ लोगों को मामूली चोटें आयी हैं. इसी बीच,विश्वविद्यालय के कुलपति सुरंजन दास ने कहा कि पुलिस को अब उन बाहरी लोगों पर कार्रवाई करनी है जिन्होंने विश्वविद्यालय परिसर में एक फिल्म के प्रदर्शन को लेकर हुई झड़प के दौरान छात्राओं से कथित रूप से छेड़खानी की थी.
उन्होंने आयोजकों पर बिना अनुमति के फिल्म का प्रदर्शन करने के लिए दोषारोपण किया. दास ने कहा, ‘हमने बाहरी लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करायी है, जिन्हें हमारे छात्रों ने पकड़ा था और तब हमने उन्हें पुलिस को सौंपा था. अब पुलिस को उसपर कार्रवाई करनी है. कार्रवाई करना उनका काम है. हमने अपनी तरफ से सबकुछ किया.’ उधर, विश्वविद्यालय के छात्रों ने शनिवार को शुक्रवार की रात की घटना को लेकर रैली निकाली.
राष्ट्र विरोधी तत्वों का गढ़ है जेयू: भाजपा
कोलकाता. भाजपा ने जादवपुर विश्वविद्यालय को ‘राष्ट्र-विरोधी तत्वों’ का गढ़ बताते हुए शनिवार को आरोप लगाया कि विपक्षी माकपा और विश्वविद्यालय के कुलपति राष्ट्र विरोधी तत्वों का समर्थन कर रहे हैं.
राज्य भाजपा प्रमुख दिलीप घोष ने कहा: जादवपुर विश्वविद्यालय में छात्रों के बीच अशांति आम बात हो गयी है. एक ऐसी फिल्म की स्क्रीनिंग अवैध रूप से रोक दी गयी जिसे सेंसर बोर्ड द्वारा मंजूरी दी जा चुकी है.
उन्होंने कहा, ‘माकपा और विश्वविद्यालय की वाम समर्थित विद्यार्थी यूनियनें ऐसी सभी चीजों पर रोक लगाती रही हैं जो उनकी विचारधारा के खिलाफ हो. यह इस देश की लोकतांत्रिक व्यवस्था के पूरी तरह से खिलाफ है. हम इसकी भर्त्सना करते हैं.’ घोष ने कहा: जादवपुर विश्वविद्यालय राष्ट्र विरोधी ताकतों का गढ़ है. वाम समर्थित विद्यार्थी यूनियनें राष्ट्र विरोधी तत्वों के लिए जमीन तैयार कर रही हैं और यही वजह है कि इस विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों के एक वर्ग द्वारा भारत विरोधी नारे लगाये जा रहे हैं. विश्वविद्यालय परिसर में राष्ट्र विरोधी तत्वों का समर्थन करने का कुलपति पर आरोप लगाते हुए उन्होंने मांग की कि कुलपति की भूमिका की जांच करायी जाये. हम जादवपुर विश्वविद्यालय में चल रही गतिविधियों से केंद्र को अवगत करायेंगे.
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