चुनाव के दौरान जिन पुलिस अधिकारियों ने लोकल क्लब और तृणमूल के दफ्तरों को बंद करवाया, वे लोग अंजाम भुगतने के लिए तैयार रहें. उन्होंने कहा कि कांग्रेस, भाजपा और माकपा सेंट्रल पुलिस फोर्स को उनके खिलाफ इस्तेमाल कर रही है. इस पूरी साजिश में राज्य के कुछ डरपोक पुलिस अधिकारी भी शामिल हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि उनके क्षेत्र कालीघाट में पुलिसकर्मियों ने एक बहुत पुराने क्लब को बंद करवा दिया. यह क्लब आजादी के बाद से आज तक कभी बंद नहीं हुआ था. साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि तृणमूल के पार्टी ऑफिस को भी जबरन बंद करवाया गया.
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CM ममता बनर्जी ने विस चुनाव के दौरान की गयी कड़ाई पर सवाल उठाया कहा, अंजाम भुगतने को तैयार रहें अधिकारी
मुख्यमंत्री और तृणमूल सुप्रीमो ममता बनर्जी ने पुलिस के कुछ अधिकारियों को फिर चेतावनी दी है. बुधवार को उन्होंने कहा कि विरोधी पार्टियां चुनाव आयोग के साथ मिल कर तृणमूल कांग्रेस को बदनाम करने में लगी हैं. इस साजिश में पुलिस के कुछ अफसर शामिल हैं. इन अधिकारियों को अंजाम भुगतने केलिए तैयार रहना चाहिए. […]
मुख्यमंत्री और तृणमूल सुप्रीमो ममता बनर्जी ने पुलिस के कुछ अधिकारियों को फिर चेतावनी दी है. बुधवार को उन्होंने कहा कि विरोधी पार्टियां चुनाव आयोग के साथ मिल कर तृणमूल कांग्रेस को बदनाम करने में लगी हैं. इस साजिश में पुलिस के कुछ अफसर शामिल हैं. इन अधिकारियों को अंजाम भुगतने केलिए तैयार रहना चाहिए.
कोलकाता: मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बुधवार को फिर विरोधी राजनीतिक पार्टियों के नेताओं, चुनाव आयोग और कुछ पुलिस अधिकारियों पर अपने गुस्से का इजहार किया. उन्होंने कहा: विधानसभा चुनाव में विराेधी पार्टियों ने अपनी पूरी ताकत लगा दी है. वाममोरचा-कांग्रेस के साथ ही चुनाव आयोग ने भी सत्तारूढ़ पार्टी (तृणमूल कांग्रेस) के खिलाफ कई कदम उठाये हैं. चुनाव आयोग सिर्फ विरोधी पार्टियों की सुनता रहा है.
एक निजी समाचार चैनल के साथ बातचीत में मुख्यमंत्री ने चुनाव आयोग के निर्देशों पर सवाल उठाते हुए कहा कि आखिर क्यों मतदान के ठीक पहले 144 धारा लगायी गयी. नियम के अनुसार, मतदान केंद्र के 100 मीटर के दायरे में इसे लागू करना चाहिए. लेकिन पूरे जिले में क्यों? जिसने भी ऐसा किया है, उसे माफ नहीं किया जा सकता. उन्होंने कहा कि शांति-व्यवस्था कायम करने के नाम पर केंद्रीय सुरक्षा बल लोगों को डरा-धमका रहे हैं.
यहां तक कि मतदाताओं के साथ मारपीट भी की जा रही है. जो लोग मतदान करने आ रहे हैं, उनके साथ भी केंद्रीय सुरक्षा बल के जवान दुर्व्यवहार कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि केंद्रीय सुरक्षा बल किसके निर्देश पर कार्य कर रहा है, इसकी जांच होनी चाहिए.
उन्होंने कहा कि कुछ पुलिस अधिकारी राज्य में चल रहे चुनाव के दौरान अव्यवस्था फैलाने का काम कर रहे हैं.
मुख्यमंत्री ने कहा: भाजपा, कांग्रेस व माकपा ने अपनी संपत्ति की घोषणा की है. भाजपा के पास 2200 करोड़, कांग्रेस के पास 2100 करोड़ व माकपा के पास लगभग 680 करोड़ रुपये का फंड है, यह फंड कहां से आया? करोड़ों का फंड रखनेवाली पार्टियां तृणमूल कांग्रेस को चोर कह रही हैं. ममता ने दावा किया कि उन्होंने राज्य के विकास के लिए काफी काम किया है और इसलिए उनको पूरा विश्वास है कि लोगों का समर्थन उनको मिलेगा. गौरतलब है िक इससे पहले भी मुख्यमंत्री पुलिस के एक वर्ग पर निशाना साध चुकी हैं.
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