इससे पूर्व दक्षिण कोलकाता तेरापंथ भवन में विराजित साध्वी श्री त्रिशला कुमारजी व साध्वी श्री रश्मिप्रभाजी ने प्रात: पैदल विहार किया व महासभा भवन पहुंच कर पगैया पट्टी में साध्वी यशोमति जी की अगवानी की. साध्वी श्री यशोमति ने किशनगंज (बिहार) से अपनी यात्रा प्रारंभ की व कोलकाता सभा की रास्ते में पदयात्रा की सेवा 28 फरवरी से दालखोला (बंगाल) से प्रारंभ हुई. 55 दिनों में लगभग 550 किलोमीटर की दूरी पदयात्रा से संपन्न की.
पदयात्रा में हवृहत्तर कोलकाता के श्रद्धालुओं ने रास्तें की सेवा का लाभ लिया व साध्वीश्री जी ने आचार्य श्री महाश्रमणजी की अहिंसा यात्रा की तरह नैतिकता, सद्भावना व नशामुक्ति का संदेश जन जन में प्रसारित किया.