कोलकाता. एटक समर्थित कोलकाता टैक्सी ऑपरेटर्स यूनियन व वेस्ट बंगाल टैक्सी ऑपरेटर्स को-आर्डिनेशन कमेटी ने पुलिस की ज्यादती सहित विभिन्न मांगों के समर्थन में 48 घंटे के टैक्सी हड़ताल का आह्वान किया था, लेकिन परिवहन विभाग के विशेष सचिव विश्वदेव दासगुप्ता के लिखित आश्वासन के बाद मंगलवार को प्रस्तावित हड़ताल एक माह के लिए स्थगित […]
कोलकाता. एटक समर्थित कोलकाता टैक्सी ऑपरेटर्स यूनियन व वेस्ट बंगाल टैक्सी ऑपरेटर्स को-आर्डिनेशन कमेटी ने पुलिस की ज्यादती सहित विभिन्न मांगों के समर्थन में 48 घंटे के टैक्सी हड़ताल का आह्वान किया था, लेकिन परिवहन विभाग के विशेष सचिव विश्वदेव दासगुप्ता के लिखित आश्वासन के बाद मंगलवार को प्रस्तावित हड़ताल एक माह के लिए स्थगित कर दी गयी. मंगलवार को टैक्सी हड़ताल नहीं होगी.
यूनियन के महासचिव नवल किशोर श्रीवास्तव के नेतृत्व में कॉलेज स्क्वायर से टैक्सी चालकों का जुलूस निकला. इस जुलूस में श्री श्रीवास्तव के साथ-साथ इंटक के अध्यक्ष रमेन पांडेय, एटक के प्रदेश सचिव रंजीत गुहा, एआइसीसीटीयू के वासुदेव बोस, एटक समर्थित टैक्सी यूनियनों के सदस्य एकराम खान, मोहम्मद मुश्ताक, प्रदीप पाठक, मुकेश तिवारी, भुवनेश्वर वर्मा व मोहम्मद अख्तर शामिल हुए. जुलूस धर्मतल्ला स्थिति वाइ चैनल के पास समाप्त हुआ. श्री श्रीवास्तव ने कहा कि परिवहन विभाग के विशेष सचिव विश्वदेव दासगुप्ता ने उनकी यूनियन को पत्र लिखकर उन लोगों की मांगों पर सहमति जतायी है और हड़ताल वापस लेने की अपील की है.
सरकार के लिखित आश्वासन के बाद वे लोग मंगलवार की हड़ताल को एक माह के लिए स्थगित करते हैं. अगर अगले एक माह में परिवहन विभाग द्वारा लिखित आश्वासन के बावजूद कोई कदम नहीं उठाया जाता है, तो वे लोग टैक्सी चालकों के हित में फिर से आंदोलन के लिए बाध्य होंगे. जुलूस के दौरान पुलिस ने टैक्सी ड्राइवरों के साथ दुर्व्यवहार किया तथा उन लोगों को धर्मतल्ला में सभा करने की अनुमति नहीं दी. पुलिस के दुर्व्यवहार के खिलाफ गृह सचिव को पत्र लिखेंगे.
टैक्सी हड़ताल से परेशान रहे यात्री
टैक्सी हड़ताल के कारण सोमवार को यात्रियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा. अधिक परेशानी सुबह हावड़ा स्टेशन पहुंचे यात्रियों को झेलनी पड़ी. दूरगामी ट्रेनों के सैकड़ों यात्री टैक्सी लेने के लिए बाहर तो निकले लेकिन, बूथों पर टैक्सियां नहीं दिखीं. हालांकि नीली टैक्सी व ओला स्टेशन के बाहर देखी गयी. सबसे अधिक समस्या उम्रदराज यात्रियों को हुई. भारी सामान लेकर उन्हें कोलकाता बस स्टैंड तक चलना पड़ा. कुछ बुजुर्ग यात्रियों को सिविक पुलिस की मदद लेनी पड़ी. शहर के अन्य टैक्सी स्टैंड पर भी टैक्सियां नदारद रहीं.