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पार्षद का फूटा गुस्सा
बगावत. तृणमूल कर्मी सम्मेलन जे कुंदन हावड़ा : विधानसभा चुनाव की तैयारियों के लिए आयोजित उत्तर हावड़ा तृणमूल कांग्रेस राजनैतिक सम्मेलन में पहुंचीं एक पार्षद ने अपने ही विधानसभा क्षेत्र के विधायक के खिलाफ बगावत का बिगुल फूंक दिया है. जिलाध्यक्ष व मंत्री अरूप राय की उपस्थिति व तृणमूल कांग्रेस के हजारों समर्थकों की भीड़ […]
बगावत. तृणमूल कर्मी सम्मेलन
जे कुंदन
हावड़ा : विधानसभा चुनाव की तैयारियों के लिए आयोजित उत्तर हावड़ा तृणमूल कांग्रेस राजनैतिक सम्मेलन में पहुंचीं एक पार्षद ने अपने ही विधानसभा क्षेत्र के विधायक के खिलाफ बगावत का बिगुल फूंक दिया है.
जिलाध्यक्ष व मंत्री अरूप राय की उपस्थिति व तृणमूल कांग्रेस के हजारों समर्थकों की भीड़ के सामने ही पार्षद ने अपने ही दल के विधायक के खिलाफ अपने गुस्से का इजहार कर दिया. एक महिला पार्षद द्वारा विधायक के खिलाफ दी गयी इस बयान से निश्चित तौर पर पार्टी स्तर में खलबली मची है. गुरुवार उत्तर हावड़ा के गोलाबाड़ी स्थित श्याम गार्डेन में राजनैतिक कर्मी सम्मेलन आयोजित की गयी थी. यहां मंत्री अरूप राय, उत्तर हावड़ा के विधायक अशोक घोष, मेयर डॉक्टर रथीन चक्रवर्ती, उपमेयर मिनती अधिकारी व उत्तर हावड़ा के तमाम पार्षद पहुंचे थे. इस दौरान वार्ड 14 की पार्षद लक्खी साहनी को अपनी बात रखने के लिए मंच पर आमंत्रित किया गया.
लक्खी मंच पर पहुंचीं आैर बोलना शुरू कर दिया. किसी को अंदाजा भी नहीं था कि उनका गुस्सा सभी के सामने फूट पड़ेगा. मंच पर आसीन मंत्री अरूप राय के सामने लक्खी ने एक-एक करके अपनी बात कहनी शुरू की. लक्खी ने कहा कि वर्ष 2013 में मैं पहली बार निगम चुनाव जीत कर शपथ लेकर बाहर ही निकली थी कि मीडिया वालों ने सब्जी मार्केट में घटी एक घटना को लेकर मुझ पर तोलाबाजी( रंगदारी) का आरोप लगा दिया. मेरा राजनैतिक कैरियर शुरू हुआ ही था कि विवादों में घिर गया. रंगदारी का आरोप तो लगा लेकिन आरोप आज तक प्रमाणित नहीं हुआ. ये पूरी करतूत आैर साजिश विधायक अशोक घोष ने रची थी. विधायक ने मुझे बदनाम करने के लिए झूठी कहानी गढ़ी.
बागी पार्षद ने कहा कि इस घटना के कुछ ही दिन बाद हावड़ा स्टेशन के समीप लांच घाट, जो कि मेरे वार्ड में है, एक घटना की खबर मिलते मैं वहां पहुंची. मैं पहुंची ही थी कि मुझे मारने के लिए दस युवकों ने घेर लिया. मैं भी पीछे नहीं हटी. मैंने जब पूछा कि आपलोग कौन है, उनलोगों का जवाब था कि हमलोग विधायक के लोग है. पिछले दो – ढाई साल मैंने किस तरह बिताये हैं, इसे बयां करने के लिए मेरे पास शब्द नहीं है. तृणमूल कांग्रेस से जुड़ा कोई भी व्यक्ति यदि नारी का सम्मान नहीं कर सकता है, वह तृणमूल कांग्रेस के सिपाही नहीं हो सकते.
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