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मौसम : बारिश ने तोड़ा 110 साल का रिकॉर्ड
कोलकाता: बुधवार से गुरुवार सुबह तक रुक-रुक कर हुई बारिश ने फरवरी माह के 110 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया है. मौसम विभाग के अनुसार 24 घंटे के अंदर 83.5 मिमी बरसात हुई है. इस बेमौसम बारिश से कई इलाकों में जल जमाव की समस्या पैदा हो गयी. एक ओर फुटपाथ पर रहनेवाले लोगों को […]
कोलकाता: बुधवार से गुरुवार सुबह तक रुक-रुक कर हुई बारिश ने फरवरी माह के 110 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया है. मौसम विभाग के अनुसार 24 घंटे के अंदर 83.5 मिमी बरसात हुई है. इस बेमौसम बारिश से कई इलाकों में जल जमाव की समस्या पैदा हो गयी. एक ओर फुटपाथ पर रहनेवाले लोगों को रात भर परेशानी का सामना करना पड़ा, तो गुरुवार सुबह छात्र-छात्राओं को स्कूल-काॅलेज जाने में काफी दिक्कतें झेलनी पड़ीं.
मौसम विभाग के अनुसार 18 फरवरी 1906 में 80 मिमी से कुछ अधिक बरसात हुई थी. मौसम विभाग ने अभी और बारिश की आशंका जतायी है. हावड़ा जिले के कई इलाकों में जल जमाव के कारण रास्तों से निकलना दूभर हो गया. लिलुआ, बेलुर के कई इलाकों में जल जमाव होने से पैदल राहगीरों का निकलना बंद हो गया. रेलवे स्टेशनों का भी हाल बेहाल रहा. हावड़ा, दमदम के अलावा अन्य कई स्टेशनों पर बरसात का पानी भर गया, जिसके कारण यात्रियों को भारी परेशानी हुई.
अस्पतालों ने बरसात से बचने के किये इंतजाम
बुधवार सुबह से देर रात तक हुई बारिश के बाद महानगर के सरकारी अस्पतालाें में भी काफी परेशानियां पैदा हो गयीं. मरीजों के परिजनों को प्रतीक्षालयों में जगह नहीं मिली. सड़क पर रात गुजार रहे लोगों को इधर-उधर खड़े होकर रात गुजारनी पड़ी. ऐसे में पीजी और एनआरएस में गुरुवार को तिरपाल से अस्थाई प्रतीक्षालय बनाये गये हैं. डॉक्टरों का कहना है कि मरीजों की संख्या अधिक होने के कारण उनके परिजनों की भी संख्या काफी हो गयी है. एनआरएस के प्रिंसिपल देवाशीष भट्टाचार्य ने बताया ऐसी स्थिति में ये इंतजाम किये गये हैं.
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