कोलकाता. दस महीनों से बंद पड़े कारखाना (निक्को केबल) को शीघ्र खोलने की मांग को लेकर श्रमिकों ने गुरुवार सुबह गेट पर विरोध प्रदर्शन किया. प्रबंधन के खिलाफ नारे लगाये. घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस ने मौके पर पहुंच कर प्रदर्शन कर रहे श्रमिकों को समझाया तब जाकर मामला शांत हुआ.
श्रमिकों का आरोप है कि मिल प्रबंधन वर्ष 2002 से कारखाना की स्थिति खराब होने के नाम पर श्रमिकों के वेतन से दस प्रतिशत रकम काट लेता था.
इसके बावजूद प्रबंधन इतने दिनों से कारखाना बंद करके रखा है. आरोप है कि चार महीने का बकाया वेतन का भुगतान भी नहीं किया गया और नहीं प्रबंधन की ओर से कोई जवाब दिया गया. उल्लेखनीय है कि इस कारखाने में लगभग 600 श्रमिक काम करते थे. कारखाने में बिजली का तार बनता था. विगत दस माह पहले प्रबंधन की ओर खस्ता हाल बताकर अचानक कारखाने को बंद कर दिया गया. इससे श्रमिकों को घर चलाना मुश्किल हो रहा है. भाटापाड़ा विधायक एवं नगरपालिका अध्यक्ष अर्जुन सिंह ने कहा कि प्रबंधन कारखाना चलाना नहीं चाहता. 50 करोड़ के कारखाने पर 500 करोड़ का बैंक से लोन ले चुका है.