– बर्दवान थाना के कंचन नगर में घटी घटना
– पति पर हत्या का संदेह जताया पड़ोसियों ने
– पुलिस को है पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार
पानागढ़ : बर्दवान थाने के कंचन नगर के खगेश्वरतला निवासी व पेशे से परिचारिका कविता रंग (30), उसकी पुत्री झूमा (5) और पुत्र आशीष (3) के शव फांसी के फंदे से झूलते मिले. पुलिस फिलहाल घटना को सामूहिक आत्महत्या का मामला मान कर चल रही है.
पुलिस ने शवों को पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल भेज दिया. कविता का पति रामचंद्र छह माह पहले एक अन्य युवती के साथ घर छोड़ कर भाग गया है. इसके कारण वह अर्थाभाव झेल रही थी. हालांकि पड़ोसी यह मानने को तैयार नहीं हैं कि मां ने अपनी दो संतानों की हत्या कर आत्महत्या की होगी. उन्होंने पूरे मामले की उच्चस्तरीय जांच की मांग की.
पड़ोसियों ने बताया कि रामचंद्र का अपनी पत्नी कविता के साथ बेहतर संबंध नहीं रह गये थे. छह माह पहले वह एक अन्य युवती को लेकर फरार हो गया. इसके बाद से कविता किसी तरह अपना व अपने दो बच्चों का पेट पाल रही थी. रविवार की सुबह जब कविता और उसके बच्चे घर से बाहर नहीं निकले तो पड़ोसियों को शक हुआ.
उन्होंने खिड़की से देखा कि तीनों के शव रस्सी के सहारे झूल रहे हैं. उन्होंने तत्काल इसकी सूचना स्थानीय पुलिस को दी. पुलिस ने आकर इन शवों को उतारा तथा पोस्टमार्टम के लिए बर्दवान मेडिकल कॉलेज अस्पताल भेजा.
कविता की बेटी झूमा बेलपुर प्राथमिक स्कूल की छात्र थी. पुलिस ने कहा कि प्रथमदृष्टया यह मामला सामूहिक आत्महत्या का है. लेकिन पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है.
पड़ोसियों का तर्क है कि कविता अपनी संतानों की हत्या नहीं कर सकती है. संभवत: कविता के पति रामचंद्र ने ही इन तीनों की हत्या की होगी तथा साक्ष्य मिटाने के लिए इसे सामूहिक आत्महत्या का रुप दे दिया होगा. उन्होंने कहा कि उच्चस्तरीय जांच होने से पूरा मामला स्पष्ट हो जायेगा.