दार्जिलिंग. तकवर चाय बागान में मालिक पक्ष ने काम निलंबित रखने (सस्पेंशन ऑफ वर्क) का नोटिस जारी किया है. गत गुरुवार को स्थानीय नेताओं के नेतृत्व में कुछ लोगों द्वारा बागान कार्यालय में घुसकर प्रबंधक को धमकाने का आरोप लगा है. नोटिस में कहा गया है कि जब तक बागान की स्थिति सामान्य नहीं होगी तब तक बागान में काम निलंबित रहेगा.
तकवर चाय बागान में 1650 के आसपास श्रमिक कार्यरत हैं. अब इन लोगों की रोजी-रोटी पर संकट पैदा हो गया है. इस बारे में गोरखा जनमुक्ति मोरचा (गोजमुमो) के श्रमिक संगठन दार्जिलिंग-तराई-डुवार्स प्लान्टेशन लेबर यूनियन के केंद्रीय सहसचिव प्रशांत प्रधान से संपर्क करने पर, उन्होंने कहा कि गुरुवार की सुबह तृणमूल कांग्रेस के क्षेत्रीय नेता-कार्यकर्ता बागान में गये थे. तृणमूल के लोग इस बात का विरोध कर रहे थे कि बागान ने नयी फसल आने तक उन श्रमिकों को काम पर नहीं आने का नोटिस क्यों दिया जिन्हें काम करते हुए साल में 120 दिन नहीं हुए हैं.
श्री प्रधान ने कहा कि तृणमूल के लोगों ने कानून तोड़ने का काम किया, जिसकी वजह से बागान की स्थिति तनावपूर्ण हुई. इसी के चलते गुरुवार की रात को बागान के प्रबंधक बागान छोड़कर चले गये. यह जानकारी हम लोगों को सुबह मिली है. इसी संदर्भ में तृणमूल कांग्रेस के स्थानीय नेता सदेव मुखिया से संपर्क करने पर, उन्होंने कहा कि बागान में कार्यरत जिन श्रमिकों को बागान में काम करते हुए 120 दिन नहीं हुए हैं, उन्हें काम नहीं करने दिया जा रहा है. ऐसे श्रमिकों की अवस्था काफी दयनीय है. इन्हीं समस्याओं की जानकारी देने के लिए हम लोग बागान के प्रबंधक के कार्यालय में पहुंचे थे. हम लोग वहां एक राजनैतिक पार्टी के रूप में नहीं, बल्कि एक श्रमिक होने के नाते गये थे.