प्राथमिक रूप से पुलिस इसे हत्या का मामला मान रही है. घटना को लेकर इलाके में सनसनी व्याप्त है. पुलिस के मुताबिक बहुमंजिली इमारत काॅमर्शियल है. वहां कई कंपनियों के ऑफिस हैं. रंजीत एक निजी सुरक्षा एजेंसी में काम करता था. उक्त इमारत में वह पिछले साढ़े तीन महीने से काम कर रहा था. उसकी ड्यूटी का समय रात आठ बजे से सुबह छह बजे तक का था. उसके बाद वहां सुरक्षाकर्मी की ड्यूटी राजू सिंह नामक अन्य कर्मी की होती है.
शुक्रवार की सुबह जब राजू काम पर आया तो लिफ्ट के अंदर रंजीत की लाश देख कर उसके होश उड़ गये. रंजीत के मुंह पर टेप लगे हुए थे, जबकि उसके दोनों हाथ कपड़े से बंधे हुए थे. घटना की सूचना तुरंत पुलिस को दी गयी. मौके पर कोलकाता पुलिस की गुप्तचर शाखा के अधिकारी भी पहुंचे. जासूसी कुत्ते को भी घटनास्थल पर लाया गया. जांच के बाद पुलिस को पता चला कि छठे तल पर एक निजी कंपनी के कार्यालय के दरवाजे को तोड़ने की कोशिश की गयी थी. पुलिस अधिकारी इस बात को पूरी तरह से नकार नहीं रहे हैं कि चोरी की घटना को अंजाम देने की कोशिश के दौरान रंजीत की हत्या की गयी होगी. हालांकि यह जांच के बाद ही साफ हो पायेगा. घटनास्थल से रंजीत का मोबाइल फोन गायब था. पुलिस रंजीत के मोबाइल फोन नंबर की काल लिस्ट को भी खंगाल रही है.