वास्तव में विधानसभा चुनाव को लेकर भाजपा व तृणमूल की गुपचुप समझौता हो गया है तथा इसकी नीति तय करने के लिए यह बैठक है, लेकिन कांग्रेस के आला नेताओं कपिल सिब्बल, गुलाम नबी आजाद आदि से जिस तरह से केंद्र सरकार पर विरोधी दलों को फंसाने का आरोप लगाते हुए कहा कि कांग्रेस की तरह ही पश्चिम बंगाल को भी केंद्र सरकार परेशान कर रही है. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने हेराल्ड मामले में सोनिया के पक्ष में बयान दिया. इसको लेकर विधानसभा चुनाव के पहले कांग्रेस व तृणमूल कांग्रेस के बीच नजदीकी के रूप में देखा जा रहा है.
इसे लेकर प्रदेश कांग्रेस नेताओं में आशंका हैं. हाल में प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में जिलाध्यक्षों की बैठक में कांग्रेस के लगभग जिला के अध्यक्षों ने तृणमूल के खिलाफ राज्य में धर्मनिरपेक्ष शक्तियों के गठंबंधन की वकालत की है, लेकिन जिस तरह से ममता व सोनिया के बीच नजदीकी बढ़ रही है. उससे प्रदेश कांग्रेस नेता आशंकित हैं. प्रदेश कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष सोमेन मित्रा ने कपिल सिब्बल के बयान पर टिप्पणी करते हुए कहा कि श्री सिब्बल ने सारधा मामले में राज्य सरकार के पक्ष में वकालत की थी. ऐसी स्थिति में उनका बयान अप्रसांगिक है.