कांति रंजन ने बताया कि दो दिसंबर से वह लगातार संपर्क साधने की कोशिश में हैं. दोनों का मोबाइल स्वीच ऑफ है. शुक्रवार दोपहर बहू लक्खी ने फोन किया था, लेकिन डेढ़ मिनट ही बात पायी थी कि लाइन कट गयी. उन्होंने बताया कि छोटा भाई माखन किडनी के इलाज के लिए चेन्नई गया है. तीन दिसंबर को हवाई मार्ग से वापस लौटने की बात थी, लेकिन हवाई अड्डा से लेकर रेलवे स्टेशन तक बाढ़ की चपेट में है. फोन पर थोड़ी देर की बात में बहू लक्खी ने बताया कि होटल में बिजली बंद है, जिसके कारण मोबाइल चार्ज करना संभव नहीं हो रहा है. दवा की दुकानें बंद हैं.
जरूरी दवाइयां भी बड़ी मुश्किल से मिल रही हैं. खाने पर आफत बन आयी है. एक बोतल पानी 100 रुपये में बिक रहा है. होटलवाले दोगुने दाम पर सिर्फ एक समय का खाना मुहैया करा रहे हैं. पूरे चेन्नई शहर में हाहाकार मचा हुआ है. चेन्नई में फंसे लोग सड़क मार्ग से बेंगलुरु जाने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन वह भी संभव नहीं हो रहा है. परिवार के सदस्यों ने बताया कि छह दिसंबर के पहले कुछ भी सामान्य नहीं होनेवाला है. इसे लेकर पूरा परिवार सदमे में है. जल्द ही जिला प्रशासन से मदद की गुहार लगायेंगे.