हावड़ा. घायलों को अस्पताल पहुंचाने के लिए पुलिस को अब दूसरे एंबुलेंस का इंतजार नहीं करना पड़ेगा, क्योंकि हावड़ा सिटी पुलिस अब शीघ्र ही छह नये एंबुलेंस को उतारने जा रही है, जिससे दुर्घटनाग्रस्त व्यक्ति को शीघ्र ही अस्पताल पहुंचाया जा सके. अत्याधुनिक इस वातानुकूलित एंबुलेंस में ऑक्सिजन व प्राथमिक उपचार के साथ-साथ कई अन्य सेवाएं भी पायेंगे.
हावड़ा सिटी पुलिस के डीसी ट्रैफिक सुमित कुमार ने बताया कि हावड़ा के सांसद प्रसुन बनर्जी की सांसद निधि से इन एंबुलेंसों के लिए रकम मुहैया करवायी गयी है. उन्होंने कहा कि एक ट्रोमा एंबुलेंस की लागत 18 लाख रुपये है. इसे लेकर टेंडर प्रक्रिया भी शुरू हो गयी है. उन्होंने कहा कि तीन से चार माह के अंदर इन एंबुलेंसों के आने की संभावना है.
कहां होगा सेंटर : डीसी ट्रैफिक सुमित कुमार ने इन एंबुलेंसों के ठहराव के बारे में कहा कि कोना हाइवे, राष्ट्रीय राजमार्ग 6 और 2 पर चार एंबुलेंसों का ठहराव होगा तथा हावड़ा शहर में दो एंबुलेंसों को रखा जायेगा. इतने दिनों तक हावड़ा सिटी पुलिस दुर्घटना होने पर घायलों को किसी भी टैक्सी, प्राइवेट, ऑटो या किसी संस्थान के एंबुलेंस के ऊपर निर्भर रहती थी. अब पुलिस की एंबुलेंस व्यवस्था शुरू हो जाने पर वह घायलों को द्रुत गति से किसी भी सरकारी अस्पताल या नर्सिंग होम में भेज सकती है. ज्ञात हो कि दुर्गापूजा की सप्तमी की शाम सांतरागाछी ब्रिज पर बंगला फिल्म के अभिनेता पीयूष गंगोपाध्याय की गाड़ी दुर्घटनाग्रस्त हो गयी थी. उन्हें किसी तरह गाड़ी से निकाल कर टैक्सी से हावड़ा जिला अस्पताल पहुंचाया गया था. वहां से वातानुकूलित एंबुलेंस द्वारा कोलकाता के अस्पताल में भेजा गया था. भविष्य में इस तरह की घटना घटने से पुलिस अपने एंबुलेंस से घायलों को अस्पताल पहुंचायेगी.