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चाय बागान श्रमिकों की मौत का सिलसिला जारी

जलपाईगुड़ी. उत्तर बंगाल के चाय बागानों में श्रमिकों की मौत का सिलसिला जारी है. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के जलपाईगुड़ी दौरे के बारह घंटे पहले डुआर्स के बागराकोट चाय बागान में एक और श्रमिक की मौत हो गयी. मालबाजार महकमा स्वास्थ्य केंद्र में चिकित्साधीन बगान श्रमिक राजेन प्रधान (36) की मौत रविवार की सुबह हुई. जिला […]

जलपाईगुड़ी. उत्तर बंगाल के चाय बागानों में श्रमिकों की मौत का सिलसिला जारी है. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के जलपाईगुड़ी दौरे के बारह घंटे पहले डुआर्स के बागराकोट चाय बागान में एक और श्रमिक की मौत हो गयी. मालबाजार महकमा स्वास्थ्य केंद्र में चिकित्साधीन बगान श्रमिक राजेन प्रधान (36) की मौत रविवार की सुबह हुई. जिला स्वास्थ्य विभाग की ओर से राजेन प्रधान की मौत तपेदिक (टीबी) रोग की वजह से होने का दावा किया गया है.

घटना के बाद जलपाईगुड़ी के सांसद विजय चंद्र वर्मन ने बगान का दौरा किया. मृतक के परिवार व स्थानीय श्रमिक नेताओं ने आरोप लगाया है कि राजेन प्रधान की मौत रुपयों के अभाव में समय पर चिकित्सा न होने की वजह से हुई. राजेन के परिजनों ने बताया कि पिछले कई महीनों से उसके टीबी रोग का इलाज डॉट्स प्रक्रिया द्वारा घर में ही चल रहा था, लेकिन रुपये के अभाव की वजह से खान-पान व चिकित्सा की समुचित व्यवस्था नहीं हो पा रही थी.

राजेन की अवस्था गंभीर देखकर गत शनिवार को उसे माल महकमा स्वास्थ्य केंद्र में भरती कराया गया, लेकिन रविवार की सुबह उसकी मौत हो गयी. बागराकोट चाय श्रमिक नेता पवन उरांव ने बताया भुखमरी व रुपये-पैसे के अभाव की वजह से एक के बाद एक बगान श्रमिक काल के गाल में समाते जा रहे हैं. राजेन प्रधान की मौत से दुर्गापूजा के बाद बागराकोट बगान में मृतकों की संख्या बढ़ कर पांच हो गयी है.

सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर राज्य सलाहकार ने लिया जायजा
जलपाईगुड़ी. डुआर्स के बागराकोट चाय बगान में कुछ दिनों से लगातार हो रही श्रमिकों की मौत की घटना के बाद सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर राज्य सरकार के सलाहकार पल्लव सेनगुप्त ने बागराकोट चाय बगान का दौरा किया. सेनगुप्त के अनुसार बागराकोट चाय बगान की अवस्था बहुत खराब है. उन्होंने कहा कि श्रमिकों को सरकारी सुविधाएं अविलंब मुहैया ना कराये जाने पर मरनेवाले श्रमिकों की संख्या लगातार बढ़ेगी. शनिवार को उन्होंने मालबाजार के बीडीओ भूषण शेरपा के साथ मृत श्रमिकों के परिवारवालों से मिले एवं अस्वस्थ श्रमिकों व उनके परिजनों से मिलकर बगान की वर्तमान स्थिति की जानकारी ली. बागराकोट चाय बगान में हो रही लगातार मौत से श्रमिकों में काफी आक्रोश है. श्रमिकों का कहना है कि लोगों की मौत धनाभाव में भुखमरी व उचित चिकित्सा ना मिलने की वजह से हो रही है. दूसरी ओर, राज्य के खाद्य विभाग की ओर से बगान श्रमिकों को खाद्य सामग्री मुहैया करायी जा रही हैं और जिला स्वास्थ्य विभाग की ओर से मेडिकल टीम भेज कर बगान श्रमिकों की स्वास्थ्य जांच करायी जा रही है.

बागराकोट चाय बगान के श्रमिकों ने पल्लव सेनगुप्त को बगान की स्थिति से अवगत कराते हुए बताया कि रुपये के अभाव में परिजन अस्वस्थ श्रमिकों को मालबाजार के अस्पताल तक ले जाने में असमर्थ हैं. बागान सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक पिछले डेढ़ महीने में 13 श्रमिकों की मृत्यु हुई है. जिले के मुख्य स्वास्थ्य अधिकारी डॉ प्रकाश मृधा ने बताया कि चिकित्सा की वजह से मौत का आरोप आधारहीन है. जिला स्वास्थ्य विभाग की ओर से बागान में लगातार मेडिकल टीम भेजी जा रही है. मालबाजार महकमा स्वास्थ्य केंद्र में चिकित्सा की पूरी व्यवस्था की गयी है. बंद चाय बगानों पर बराबर निगरानी रखी जा रही है. डॉ मृधा ने दावा करते हुए कहा है कि बगान के एक भी श्रमिक की मौत चिकित्सा व भुखमरी की वजह से नहीं हुई है.

डंकन समूह के मालिक तलब
चाय का कारोबार करने वाले डंकन समूह के प्रमुख गौरी प्रसाद गोयनका को सीआइडी ने पूछताछ के िलए तलब किया है. उन्हें सोमवार को भवानीभवन स्थित सीआइडी मुख्यालय में पूछताछ के िलए बुलाया गया है.

सीआइडी सूत्रों के मुताबिक, हाल में उत्तर बंगाल के एक बंद चाय बागान की महिला कर्मचारी की मौत हुई थी. भुखमरी से उसकी मौत होने का मामला सामने आने के बाद दार्जिलिंग के एक थाने में इसकी शिकायत दर्ज करायी गयी थी. सीआइडी ने इस मामले की जांच को अपने हाथ में िलया है. इसी सिलसिले में जांच एजेंसी ने गौरी प्रसाद गोयनका को सोमवार को भवानीभवन में सुबह 10 बजे तलब किया है. बताया जा रहा है कि डंकन समूह के पहाड़ पर 16 चाय बागान हैं. लेकिन ज्यादातर बंद हैं. यहां काम करने वाले पांच-छह हजार श्रमिक बेरोजगार हैं. इस स्थिति को देखते हुए राज्य के वित्त मंत्री अमित मित्रा ने डंकन समूह के प्रबंधन को बंद चाय बागानों को राज्य सरकार के अधीन करने का प्रस्ताव दिया था. लेकिन सोच-विचार के बावजूद वे राजी नहीं हुए थे. इसी बीच, एक चाय बागान श्रमिक की मौत की घटना की शिकायत के बाद कार्रवाई करते हुए सीआइडी ने गोयनका को तलब किया है.

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