रानी रासमनी एवेन्यू, हावड़ा स्टेशन एवं सांतरागाछी से कांग्रेस की तीन रैलियों को नबान्न की आेर जाना था, पर इन तीनों स्थानों पर मौजूद सैकड़ों की तादाद में पुलिस वालों ने कांग्रेस की तीनों रैलियों को अपनी जगह से हिलने नहीं दिया. रानी रासमनी एवेन्यू में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी, पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सोमेन मित्रा, मानस भुंइया, प्रदीप भट्टाचार्य इत्यादि के साथ स्वयं मौजूद थे.
कानून व्यवस्था नाम की कोई चीज नहीं है. छात्र, शिक्षक, किसान, महिला, बच्चे के साथ-साथ पुलिस वालों की भी हत्या हो रही है. हम राज्य वासियों के दुख, तक्लीफ, परेशानी से सरकार को अवगत कराना चाहते हैं, पर सरकार को एक ज्ञापन तक लेना मंजूर नहीं है. ममता बनर्जी निर्मम शासक के रुप में आतंक का राज चला रही हैं. जिसे खत्म करना हमारा उद्देश्य है. कितने दुख की बात है कि यह सरकार एक ज्ञापन तक लेने से डर रही है. तृणमूल हमें धमकी व हिंसा के द्वारा खत्म नहीं कर सकती है. हमें रोकने के लिए इतनी बड़ी संख्या में पुलिस को क्यों तैनात किया है. हम लोग नबान्न में मुख्यमंत्री की कुर्सी छीनने नहीं जा रहे थे.