कोलकाता. मातृभूमि महिला स्पेशल को रद्द करने या फिर पितृभूमि पुरुष स्पेशल ट्रेन चलाने की मांग पर सोमवार को पुरूष यात्रियों ने हाबरा, अशोकनगर रोड, गोबरडांगा स्टेशन पर रेल अवरोध किया. अवरोध छह घंटे तक चला. इस दौरान सियालदह-बनगांव में ट्रेन यातायात पूरी तरह से ठप रहा. सुबह गोबरडांगा स्टेशन पर मातृभूमि लोकल से तीन यात्री को उतार देने के विरोध में बनगांव-माझेरहाट लोकल रोक दिया गया.
सप्ताह के पहले दिन रेल अवरोध की वजह से यात्रियों को भारी परेशानी झेलना पड़ा. अवरोध हटाने गयी हाबरा पुलिस और आरपीएफ पर उग्र लोगों ने ईंट और पत्थर फेंकना आरंभ कर दिया. आरोप है कि पुलिस ने प्रदर्शनकारी यात्रियों पर लाठीचार्ज कर उन्हें हटाना चाहा, लेकिन उग्र लोगाें ने पुलिस पर ईंट और पत्थर फेंकना आरंभ कर दिया. पुलिस को अपनी जान बचाने के लिए पीछे भागना पड़ा. कुछ पुलिस कर्मियों को जान बचाने के लिए दुकान में छिप जाना पड़ा. घटना में ईंट व पत्थर की चपेट में आने से हाबरा थाना के एसआई सहित कुछ पुलिस कर्मी घायल हो गये.
मछलंदपुर स्टेशन पर तोड़फोड़ किया गया. टिकट काउंटर तोड़ दिया गया. पूर्व रेलवे सूत्रों के मुताबिक, बारासात-बनगांव शाखा में स्थानीय पुरुष यात्रियों के एक दल ने मातृभूमि लोकल ट्रेन में पुरुष यात्रियों को चढ़ने देने की मांग में विभिन्न स्टेशनों पर रेल अवरोध किया. इसके वजह से हाबरा स्टेशन में सुबह 7.57 बजे से 12.10 बजे तक, बनगांव में सुबह 9.32 बजे से 9.55 बजे तक, गुमा में सुबह 9.45 बजे से 10.45 बजे तक, दत्तपुकुर में 9.55 बजे से 10.22 बजे तक, फिर 12.45 बजे से 1.35 बजे तक, बीड़ा में सुबह 8.25 बजे से 11.40 बजे तक, मछलंदपुर में सुबह नौ बजे से 12.43 बजे तक, अशोकनगर में सुबह 8.11 बजे से 11.55 बजे तक और गोबरडांगा स्टेशन पर सुबह 7.55 बजे से दोपहर दो बजे तक रेल अवरोध चला.
इस दौरान ट्रेन सेवा सियालदह और दत्तपुकुर स्टेशन के बीच चलायी गयी. रेल अवरोध की वजह से 29 लोकल ट्रेन रद्द करना पड़ा. इसके साथ कई इएमयू ट्रेन को विभिन्न स्टेशन पर घंटों खड़ा रहना पड़ा. सियालदह-बनगांव शाखा में रेल अवरोध हटने के बाद ट्रेन सेवा अपरान्ह दो बजे के बाद सामान्य हो पाया. इस संबंध में पूर्व रेलवे के जन संपर्क अधिकारी रवि महापात्र ने बताया कि मातृभूमि लोकल के विषय पर रेल निर्णय ले चुकी है, इसमें अब कोई फेर-बदल की संभावना नहीं है. उन्होंने कहा कि रेल अवरोध के वजह से काफी यात्रियों को परेशानी झेलनी पड़ती है.